हवा में उड़ने वाले यात्रियों के लिए मोदी सरकार का बड़ा ऐलान अब मिलेगी ये… सुविधा

अधिसूचना में कहा गया है, ‘उड़ानों के दौरान जब लैपटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट, स्मार्टवॉच, ई-रीडर या कोई अन्य उपकरण फ्लाइट मोड या एयरप्लेन मोड पर लगा हो तो पायलट विमान में सवार यात्रियों को वाई-फाई के जरिये इंटरनेट इस्तेमाल करने की अनुमति दे सकता है।’

विस्तारा के सीईओ ने दिया था बयान

इससे पहले पिछले शुक्रवार को विस्तारा के सीईओ लेस्ली थंग ने एवरेट में पहले बोइंग 787-9 विमान की डिलीवरी के मौके पर पत्रकारों से कहा था कि यह भारत में उड़ान के दौरान वाई-फाई उपलब्ध कराने वाला पहला विमान होगा।

वहीं पिछले माह टाटा समूह की कंपनी नेल्को और पैनासॉनिक एवियॉनिक्स कॉरपोरेशन ने भारतीय विमानन क्षेत्र में उड़ान के दौरान ब्रॉडबैंड सेवाएं मुहैया कराने के लिए साझेदारी की घोषणा की थी। तब बताया गया था कि विस्तारा एयरलाइंस के साथ इस सेवा की शुरुआत की जाएगी। बता दें कि विस्तारा टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस की संयुक्त कंपनी है।नेल्को के सीईओ ने कही थी ये बात

इस संदर्भ में नेल्को के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी ( सीईओ ) पीजे नाथ ने कहा है कि, ‘हम यह बताकर उत्साहित हैं कि नेल्को देश में लंबे समय से प्रतीक्षित उड़ान ब्रॉडबैंड सेवाओं की शुरुआत कर रही है। विस्तारा इस सेवा से जुड़ने वाली पहली विमानन कंपनी है।’

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नेल्को ने इस बाबत पैनासॉनिक एवियॉनिक्स कॉरपोरेशन की एक अनुषंगी के साथ साझेदारी की है।सरकार से मिली मंजूरी

इससे पहले दिसंबर में खबर आई थी कि विस्तारा में जनवरी से यात्रियों को इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी मिलने लगेगी। नेल्को एक वीसैट सेवा प्रदाता कंपनी है, जिसको सरकार से वीसैट लिंक मिल गया है। केंद्र सरकार ने विस्तारा को स्पेक्ट्रम भी दे दिया है। डाटा मिलने से भी यात्री व्हाट्सएप जैसे एप का इस्तेमाल फोन कॉल करने के लिए कर सकते हैं।मई में मिली थी मंजूरी

मई 2018 से पहले भारतीय हवाई क्षेत्र में उड़ने वाले प्रत्येक विमान को डाटा या फोन सेवा चलाने की मंजूरी नहीं थी। यात्रा के वक्त यात्रियों को अपना मोबाइल फोन बंद करके या फिर फ्लाइट मोड पर रखना होता था। यह नियम विदेश से आने वाली उड़ानों पर भी लागू था। हालांकि अब दूरसंचार विभाग ने पहले लगाई रोक को हटा लिया है।

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