फीफा विश्व कप: 48 साल बाद करिश्मा दोहराने वाली दूसरी टीम बनी बेल्जियम

फीफा विश्व कप 2018 का अब तक का सबसे रोमांचक मैच सोमवार की रात बेल्जियम और जापान के बीच देखने को मिला। बेल्जियम ने अंतिम पलों में गोल करके जापान को 3-2 से हराया और क्वार्टरफाइनल में जगह पक्की की। रेड डेविल्स अब शुक्रवार को क्वार्टरफाइनल में ब्राजील से भिड़ेगी। फीफा विश्व कप: 48 साल बाद करिश्मा दोहराने वाली दूसरी टीम बनी बेल्जियम

जापान के खिलाफ बेल्जियम की जीत ऐतिहासिक रही। साल 1970 के बाद बेल्जियम ऐसी पहली टीम बनी, जिसने विश्व कप के नॉकआउट मैच में दो गोल से पिछड़ने के बाद मुकाबला जीता हो। 48 साल पहले वेस्ट जर्मनी ने इंग्लैंड के खिलाफ दो गोल से पिछड़ने के बाद जोरदार वापसी करते हुए मैच 3-2 से जीता था। बेल्जियम की तरफ से वर्टोनघेन (69′), फेलानी (74′) और शेडली (90+4′) ने गोल दागे। जापान की ओर से हारागुची (48′) और इनुई (52′) ने किए गोल।

बेल्जियम की जीत के हीरो नासेर शेडली बने, जिन्होंने इंजुरी टाइम में गोल दागकर जापान के क्वार्टरफाइनल में पहुंचने की उम्मीदें तोड़ दी। 
जापान और बेल्जियम के बीच मुकाबला शुरुआत से ही काफी रोमांचक हुआ। हालांकि, पहले हाफ में कोई टीम गोल नहीं कर सकी और स्कोर 0-0 से बराबर रहा। मगर दूसरे हाफ में गोल की बरसात हुई और देखते ही देखते करीब 49 मिनट के अंदर कुल पांच गोल हुए।

दूसरे हाफ की शुरुआत जापान ने बेहतरीन अंदाज में की। 48वें मिनट में गेंकी हारागुची ने शानदार ड्रिलिंग की बदौलत गोल दागा और जापान को 1-0 की बढ़त दिलाई। पांच मिनट के अंदर ही जापान ने फुटबॉल जगत में भुचाल ला दिया। 52वें मिनट में तकाशी इनुई ने करीब 25 यार्ड की दूरी से किक जमाकर अद्भुत गोल किया और जापान की बढ़त 2-0 कर दी।

एशियाई टीम से मौजूदा विश्व कप के सबसे बड़े उलटफेर की उम्मीद लगाई जा रही थी। मगर 17 मिनट बाद इस उम्मीद को करारा झटका लगा। जान वर्टोनघेन ने बेहतरीन गोल करके बेल्जियम की मैच में वापसी कराई और स्कोर 1-2 कर दिया।

पांच मिनट के अंदर ही बेल्जियम ने स्कोर 2-2 से बराबर करके दर्शकों और फैंस का उत्साह दोगुना कर दिया। फेलानी ने मौजूदा विश्व कप में अपना पहला दागा। उन्होंने एडन हेजार्ड के क्रॉस पर शानदार हेडर जमाया और बेल्जियम को 2-2 की बराबरी दिला दी।

इसके बाद दोनों टीमों के खेल में कुछ धीमापन देखने को मिला और ऐसा लगा कि दोनों ही टीमें एक्स्ट्रा टाइम में खेलने का मन बना चुकी हैं। हालांकि इस बीच जापान ने गोल करने का एक बेहतरीन अवसर गंवा दिया। इसे देख बेल्जियम भी जोश से भरी और उसने गोल करने के दो बेहतरीन प्रयास किए। मगर जापान के गोलकीपर ने अच्छा बचाव करके मैच का रोमांच चरम पर बनाए रखा।

फिर रेफरी ने 90 मिनट के बाद चार मिनट का अतिरिक्त समय जोड़ा गया। यह समय बेल्जियम के लिए फलदायी साबित हुआ और उसने जापान की उम्मीदों को चकनाचूर कर दिया। अंतिम मिनट में नासेर शेडली ने बेहतरीन गोल करके बेल्जियम को 3-2 की जीत दिलाई और जापान का विश्व कप का सफर यहीं रोक दिया।

इस रोमांचक मैच के पल-पल की अपडेट पढ़िए यहां

बेल्जियम 1970 के बाद ऐसी पहली टीम बन गई है, जिसने विश्व कप के नॉकआउट मैच में दो गोल से पिछड़ने के बाद जोरदार वापसी करते हुए मुकाबला जीता। इससे पहले 1970 में वेस्ट जर्मनी ने यह कारनामा किया था। तब इंग्लैंड ने दो गोल की बढ़त बनाई थी, लेकिन मैच खत्म होने के समय वेस्ट जर्मनी ने 3-2 की बढ़त बनाई थी।

फुलटाइम – बेल्जियम 3-2 जापान

बेल्जियम की तरफ से वर्टोनघेन (69′), फेलानी (74′) और शेडली (90+4′) ने गोल दागे।

जापान की ओर से हारागुची (48′) और इनुई (52′) ने किए गोल।

88 मिनट: मैच अतिरिक्त समय में जाना तय लग रहा है। बेल्जियम ने स्कोर 2-2 से बराबर करने के बाद कुछ मौके जरूर बनाए, लेकिन गोल करने में सफल नहीं हुए। वहीं जापान की टीम डिफेंस पर ज्यादा चौकन्नी नजर आ रही है। हालांकि, एशियाई टीम ने भी गोल करने के कुछ मौके बनाए, लेकिन वह प्रभावशाली नहीं रहे।

मजेदार फैक्ट: 2002 विश्व कप में जापान और बेल्जियम के बीच मुकाबला 2-2 से ड्रॉ रहा था। तब गोल मैच के 57वें मिनट से 74वें मिनट के बीच हुए थे। आज के मैच में भी चार गोल हुए। फर्क यह रहा कि आज के गोल 48 और 74 मिनट के बीच हुए।

86 मिनट: रोमेलु लुकाकू ने शानदार हेडर जमाया और गोल करने की आस जगाई, लेकिन जापान के गोलकीपर कावाशिमा ने सही समय पर हवा में उछलकर पंच जमाया और गेंद गोलपोस्ट के ऊपर से भेजी। यह बेहतरीन बचाव। जापान को मैच में बनाए रखा।

82 मिनट: क्या यह मैच भी एक्स्ट्रा टाइम में जाएगा? जापान ने एक गोल करने का शानदार मौका बनाया। मगर बेल्जियम के डिफेंडर विंसेंट कंपनी ने सही समय पर डाइव लगाई और यामागुची को गोल करने से वंचित कर दिया।

74 मिनट: गोल!!! जापान की टीम बैकफुट पर। एडन हेजार्ड ने बाएं ओर से क्रॉस दिया और मारुआने फेलानी ने गोल करने में कोई गलती नहीं की। बेल्जियम ने भी पांच मिनट के अंदर दो गोल दागकर स्कोर 2-2 से बराबर किया। मैच बेहद रोमांचक मोड़ पर। फेलानी ने मौजूदा विश्व कप में अपना पहला गोल किया।

69 मिनट: गोल!!! बेल्जियम की जोरदार वापसी। जान वर्टोनघेन ने गोल करके बेल्जियम का अंतर 1-2 से कम किया।

63 मिनट: बेल्जियम के पास बड़ा मौका आया था। थॉमस म्यूनिर ने गोलपोस्ट के पास से गेंद निकालने की कोशिश की। रोमेलु लुकाकू ने हेडर जमाया, लेकिन गेंद गोलपोस्ट से दूर चली गई। बेल्जियम को हर हाल में ऐसे मौकों को गोल में तब्दील करने की जरूरत है।

मजेदार फैक्स – 58 मिनट: जापान की टीम विश्व रैंकिंग में 61वें स्थान पर है। उसने अपने कोच को विश्व कप शुरू होने से 10 सप्ताह पहले हटा दिया था। बेल्जियम की टीम विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर है और पिछले 22 मैच से हारी नहीं है। जापान की टीम विश्व कप में इससे पहले सिर्फ दो बार 2-0 की बढ़त हासिल कर सकी है।

52 मिनट: गोल!!! ये क्या हुआ? जापान ने कुछ बोलने को नहीं छोड़ा। पांच मिनट के अंदर दागा दूसरा गोल। अद्भुत बोलना गलत नहीं होगा। शिंजी कागावे ने तकाशी इनुई को पास दिया, जिन्होंने 25 यार्ड की दूरी से बेहतरीन किक जमाया और गेंद को बॉटम कॉर्नर में भेजा। बेहतरीन प्रयास और उतनी ही बेहतरीन सफलता।

48 मिनट: गोल!!! दूसरे हाफ की शुरुआत इससे बेहतर और क्या होगी? जापान ने शानदार गोल किया। जान वर्टोनघेन की ढिलाई का फायदा गेंकी हारागुची ने उठाया और वह गेंद को लेकर बेल्जियम बॉक्स में घुसे। उन्होंने शानदार ड्रिलिंग की और बेहतरीन गोल करके जापान को 1-0 की बढ़त दिलाई।

हाफ टाइम – जापान 0-0 बेल्जियम

44 मिनट: बेल्जियम के गोलकीपर से हुई बड़ी चूक। मगर जापान भी गोल करने में सफल नहीं हुआ। नागाटोमो ने शानदार क्रॉस किक जमाई, जो सीधे कोरटोइस की तरफ गई। मगर बेल्जियम के गोलकीपर के हाथों से गेंद फिसल गई। उन्होंने पीछे दौड़ते हुए गेंद लपकी, लेकिन साथ ही भगवान का शुक्रियाअदा किया होगा क्योंकि जापान का कोई खिलाड़ी उनकी तरफ दौड़ा नहीं।

39 मिनट: मैच में पहला पीला कार्ड दिखाया गया। जापान के गाकू शिवासाकी को रेफरी ने दिखाया येलो कार्ड। उन्होंने एडन हेजार्ड से गेंद छीनने का प्रयास किया, लेकिन उनके पैर पर अपना पैर अड़ा बैठे। रेफरी ने बेझिझक पीला कार्ड दिखाया।

34 मिनट: जापान की टीम पिछले 10 मिनट से संघर्ष करती नजर आ रही है। हालांकि, उसकी मेहनत रंग लाई और जापान ने एक बार फिर गेंद अपने कब्जे में ली। 

31 मिनट: बेल्जियम को गेंद पर नियंत्रण बनाए रखने की जरूरत। म्यूनिर ने लांग बॉल पर अपना नियंत्रण गंवाया, तभी जापानी स्ट्राइकर ने गेंद हासिल की और निशाने पर किक जमाया। हालांकि बेल्जियम के गोलकीपर थिबॉट कोरटोइस ने अच्छा बचाव किया।

27 मिनट: बेल्जियम का दबदबा दिखता हुआ। एडन हेजार्ड ने 20 यार्ड की दूरी से शानदार ड्राइव लगाई, लेकिन जापान के गोलकीपर कावाशिमा ने पंच मारकर गेंद दूर भेज दी।

25 मिनट: बेल्जियम के पास गोल करने का इससे बेहतर मौका नहीं हो सकता था। दाएं ओर से शानदार पास मिला और लुकाकू बॉक्स से केवल छह यार्ड की दूरी पर थे। मगर गेंद पर से उनका नियंत्रण बिगड़ा और इस अहम समय पर इजी कावाशिमा ने गेंद उनसे छीनने में सफलता हासिल की।

22 मिनट: केविन डी ब्रूइन ने सभी को चौंकाया और बॉक्स की तरफ शानदार ढंग से बढ़े। मगर शुरुआती घबराहट के बाद जापान इस गोल का बचाव करने में सफल रहा।

20 मिनट: जापान का मजबूत डिफेंस। रोमेलु लुकाकू ने बेहतरीन पास हासिल किया और उन्होंने गोलपोस्ट पर किक जमाने के लिए जगह भी बनाई। हालांकि, जापानी डिफेंडर ने फिसलकर उनके शॉट को रोका और गेंद गोलपोस्ट के ऊपर चली गई। बेल्जियम को तीसरा कॉर्नर मिला। मगर वह इस पर गोल करने का मौका नहीं बना सके।

18 मिनट: रोमेलु लुकाकू ने कॉर्नर पर अच्छी किक जमाई, लेकिन विंसेंट कंपनी बैक पोस्ट पर रह गए। जापान के डिफेंडर ने दबाव में किक से गेंद दूर भेज दी।

16 मिनट: बेल्जियम ने अब अपना दायरा बढ़ाया और गोल करने की कोशिश की। एक्सेल विटसेल ने दूर से जोरदार किक जमाई, लेकिन गेंद कॉर्नर के ऊपर से डिफ्लेक्ट होते हुए चली गई। जापान कमजोर दिखा।

13 मिनट: बेल्जियम अधिकांश डिफेंस करता दिख रहा है और जापान उनकी परीक्षा लेने में हिचकिचाहट नहीं दिखा रहा। जापान का रेड डेविल्स पर हावीपन स्पष्ट दिख रहा है।

10 मिनट: जापान का अच्छा खेल। तकाशी इनुइ ने बाएं ओर से क्रॉस दिया, लेकिन गेंद युया ओसाको के ऊपर से निकली, लेकिन विंसेंट कंपनी ने हेडर के जरिए गेंद क्लीयर कर दी। यह कहने में संदेह नहीं कि बेल्जियम से बेहतर खेल दिखा रही है जापान।

मजेदार फैक्ट: बेल्जियम ने जापान के खिलाफ अपने शुरुआती लाइन-अप में 10 बदलाव किए। यह विश्व कप के किसी मैच के लिए एक टीम में सबसे ज्यादा बदलाव करने का दूसरा मामला है। इससे पहले 2006 विश्व कप में स्पेन ने सऊदी अरब के खिलाफ अपनी टीम में 11 बदलाव किए थे।

4 मिनट: बेल्जियम ने तगड़ा जवाब दिया। थॉमस म्यूइनर ने 50 यार्ड की दूरी से रोमेलु लुकाकू को शानदार पास दिया, जो जापान बॉक्स में घुसे। मगर माया योशिदा ने अच्छा क्रॉस करते हुए लुकाकू से गेंद छीनी।

1 मिनट: जापान को जल्दी मिला मौका। बेल्जियम ने हेडर के जरिए खराब पास किया, जिस वजह से गेंद शिंजी कागवा के पास गई और जापान ने मौका बनाने की कोशिश की। मगर वह सफल नहीं हुई।

बेल्जियम ने अपनी टीम में 10 बदलाव किए हैं जबकि जापान ने 6 बदलाव किए हैं।

दोनों टीमें इस प्रकार हैं:

बेल्जियम – कोरटोइस (गोलकीपर), एल्डरवीरेल्ड, विंसेंट कंपनी, वर्टोनघेन, म्यूनियर, विटसेल, डी ब्रूइन, कारास्को, आर लुकाकू, एडन हेजार्ड (कप्तान) और मर्टेंस।

जापान  – कावाशिमा (गोलकीपर), शोजी, नागाटोमो, साकाई, योशिदा, शिबासाकी, हारागुची, कागावा, इनउई, हसीबी (कप्तान) और ओसाको।

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