ऐसे लगाए त्योहारों के सीजन में पैरों में आलता

शारदीय नवरात्रि से ही त्‍योहारों का सीजन शुरू हो चुका है. नवरात्रि खत्म होने के बाद करवाचौथ, दिवाली, भाई दूज और छठ पर्व मनाया जाएगा. त्योहारों के अवसर पर सुहागिन महिलाएं 16 श्रृंगार करती है. वह हाथों में मेहंदी और पैरों में आलता अनिवार्य रूप से लगाती हैं. दरअसल सोलह श्रृंगार की प्रक्रिया में सिर से लेकर पैरों तक का श्रृंगार किया जाता है. जब बात पैरों के श्रृंगार की आती हैं तो महिलाएं पायल और बिछिया पहनने के साथ ही पैर में आलता भी लगाती हैं. आलता को महावर भी कहा जाता है. वैसे तो यह काफी पुराना ट्रेंड है मगर, जैसे-जैसे लोग मॉर्डन होते जा रहे हैं ठीक उसी प्रकार आलाता लगाने के डिजाइनों (Designs) में भी बदलाव देखा जा रहा है. बॉलीवुड मूवीज ने भी इस ट्रेंड को काफी बढ़ावा दिया है और आलता के नए-नए डिजाइन महिलाओं के सामने रखें हैं. आलता में भी महंदी की तरह अब अलग-अलग डिजाइंस उपलब्‍ध हैं. आइए आपको बताते हैं पैरों में आलता लगाने के कुछ खास डिजाइन्स के बारे में.

आलता और मेहंदी में क्‍या है अंतर
हिंदु उपनिषदों में आलता का व्‍याख्‍यान मिलता है. इसे हिंदु धर्म में सोलहा श्रृंगार का एक हिस्‍सा माना गया है. ऐसा भी कहा जाता है कि भगवान कृष्‍ण अपनी प्रेमिका राधा के पैरों में आलता लगाते थे. वहीं से यह प्रथा शुरू हुई और अब इस प्रथा ने फैशन का रूप धारण कर लिया है. वैसे भारत में पहले पैरों और हाथों में आलता लगाने का ही ट्रेंड था, मगर जब देश पर मुस्लिम शासकों ने राज किया तब वह अपने साथ हिना (मेहंदी) लेकर भारत आए और मेहंदी लगाना एक ट्रेंड बन गया. हालांकि हिना के आने से आलता लगाने का क्रेज महिलाओं में कम नहीं हुआ. आज भी त्योहारों के मौके पर महिलाएं पैरों में आलती ही लगाती हैं.
चांद पट्टी डिजाइन

आलता लगाने की सबसे आसान डिजाइन है चांद पट्टी. इस डिजाइन में पैरों की उंगलियों पर आलता लगाया जाता है और उसके कुछ नीचे आलाता से चांद बना दिया जाता है और फिर चांद के ऊपर-नीचे दो पट्टियां खींच दी जाती हैं. मगर अब चांद पट्टी की डिजाइन में बदलाव हुआ है. अब ब्रश की सहायता से चांद को और पट्टी दोनों के आसपास डॉट्स बनाकर पौरों को सजाया जाता है जो बेहद खूबसूरत लगती है. इसके बाद चांदी की पायल और बिछिया पहन कर आलता से सजे पैरों को और भी ज्‍यादा खूबसूरत बनाया जा सकता है.

आलता आउटलाइन डिजाइन
आप चाहें तो आलता से अपने पैर के पंजों की आउटलाइन बना सकती हैं. इसके लिए आप ब्रश का इस्‍तेमाल करें और आप चाहें तो बिना डिजाइन के पूरे पंजे पर आउटलाइन बना लें या फिर आप इसे थोड़ा डिजाइनर भी बना सकती हैं. इसके लिए बेल पत्‍ती की चेन, मोर डिजाइन और एरेबिक डिजाइन को चुना जा सकता है. आप सिपंल पट्टीदार डिजाइन भी बना सकती हैं.

मेहंदी के साथ आलता
अगर आप पैरों को मेहंदी और आलता दोनों से सजाना चाहती हैं तो आप पहले पैरों पर हिना लगा कर रचा लें और फिर पैरों में आलता से मेहंदी की डिजाइन पर आउटलाइन बनाएं. आप चाहें तो मेहंदी लगाते वक्‍त ऐसी डिजाइन बनाएं जिसमें आलाता को फिल करने के लिए स्‍पेस छोड़ दें मेहंदी के रचने के बाद उन जगहों को आलता से फिल कर दें. इससे पैर बेहद खूबसूरत दिखाई देते हैं.

आलता विद स्‍पार्कल
आपने स्‍पार्कल मेहंदी के बारे में सुना भी होगा और देखा भी होगा. मगर स्‍पार्कल आलता के बारे में नहीं सुना होगा. आप आलता के साथ यह एक्‍सपेरीमेंट कर सकती हैं. आप पहले पैरों में आलता से डिजाइन बना लें और फिर उसी डिजाइन पर स्‍पार्कल से आउटलाइन बना लें. आप चाहें तो एक रंग या फिर 2 रंग का स्‍पार्कल भी यूज कर सकती हैं. स्‍पार्कल न यूज करना चाहें तो आप गोल्‍डन और सिल्‍वर आईलइनर से भी आउटलाइन बना सकती हैं.

आलते से लगाएं मेहंदी
पतले ब्रश का इस्‍तेमाल कर आप अपने पैरों में आलता से मेहंदी जैसे महीन डिजाइन भी बना सकती हैं या फिर लेहरिया डिजाइन बना कर पैरों की सजावट कर सकती हैं

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