पीरियड्स के दौरान अस्वस्थ महसूस करना कोई असामान्य बात नहीं, इससे राहत के लिए अपनाएँ ये टिप्स-

मासिक धर्म महिलाओं में होने वाली एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। इस दौरान हर महिला अलग-अलग परेशानियों का अनुभव करती है, कुछ के पेट में अधिक दर्द होता है, तो कुछ इस दौरान बुखार की समस्या से जूझती हैं। पीरियड्स के दौरान अस्वस्थ महसूस करना कोई असामान्य बात नहीं है, लेकिन बुखार का अनुभव करने से स्थिति और भी खराब हो सकती है। हालांकि, इस दौरान बुखार आने के कई अन्य कारण हो सकते हैं, जैसे हार्मोनल बदलाव, इंफेक्शन और अन्य अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थितियां। इस दौरान बुखार को रोकने के लिए महिलाएं कई कदम उठा सकती हैं। इस लेख में हम इसी के बारे में जानने की कोशिश करेंगे।

पीरियड्स के दौरान बुखार से बचने के उपाय

1. पर्याप्त आराम करें

पीरियड्स के दौरान भरपूर आराम करना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह शरीर को थकान और तनाव से उबरने में मदद करता है। नींद की कमी इम्यूनिटी को कमजोर कर सकती है, जिससे शरीर संक्रमण और बुखार के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। इसलिए हर रात कम से कम सात से आठ घंटे की नींद लें। इसके अलावा महिलाएं अपने शरीर और दिमाग को आराम देने के लिए दिन में पावर नैप ले सकती हैं।

2. स्ट्रेस मैनेज करें

स्ट्रेस इम्यूनिटी सिस्टम को प्रभावित कर सकता है और शरीर को संक्रमण और बुखार के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकता है। इसलिए पीरियड्स के दौरान कोशिश करें कि तनाव कम लें। स्ट्रेस मैनेज करने के लिए गहरी सांस ले सकते हैं या फिर दिमाग को किसी अन्य काम में लगा सकते हैं, जैसे किताब पढ़ना या फिर कोई पहेली सॉल्व करना। इसके अलावा अपने दोस्तों के साथ भी समय बिता सकती हैं।

3. संतुलित आहार लें

वैसे तो संतुलित आहार हर रोज लेना आवश्यक है, लेकिन पीरियड्स के दौरान ये और भी जरूरी हो जाता है। इससे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व, विटामिन और खनिज मिलता है, जो शरीर के तापमान को नियंत्रित करने और बुखार को रोकने में मदद करता है। पीरियड्स के दौरान महिलाओं को अपनी डाइट में आयरन, कैल्शियम, विटामिन और खनिजों से भरपूर फूड्स को शामिल करना चाहिए। जैसे कि पत्तेदार साग, फल, मेवे, बीज, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन। इसके अलावा पीरियड्स में महिलाओं को कैफीन, शराब और मीठे फूड आइटम्स का सेवन करने से बचना चाहिए, जो इनमें सूजन पैदा कर सकते हैं और हार्मोनल संतुलन को प्रभावित कर सकते हैं।

4. हाइड्रेटेड रहें

संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए, खासकर पीरियड्स के दौरान, हाइड्रेटेड रहना बेहद आवश्यक है। खूब पानी पीने से शरीर के तापमान को नियंत्रित करने और बुखार को रोकने में मदद मिल सकती है। डिहाइड्रेशन शरीर का तापमान बढ़ने का कारण बन सकता है, जिससे बुखार भी हो सकता है। इसलिए हर रोज कम से कम आठ से दस गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है। पानी के अलावा महिलाएं हाइड्रेटेड रहने के लिए नारियल पानी, ताजे फलों के रस, हर्बल चाय और सूप जैसे अन्य लिक्विड का सेवन कर सकती हैं।

5. पर्सनल हाइजीन

पीरियड्स के दौरान पर्सनल हाइजीन बनाए रखना सबसे आवश्यक है क्योंकि यह संक्रमण को रोकने में मदद करता है। संक्रमण से बुखार हो सकता है, इसलिए जननांग क्षेत्र को साफ और सूखा रखना महत्वपूर्ण है। महिलाएं गुप्तांग को साफ करने के लिए गर्म पानी का उपयोग कर सकती हैं। इस दौरान साबुन या अन्य केमिकल का उपयोग करने से बचना चाहिए क्योंकि ये जलन पैदा कर सकते हैं। इसके अलावा बैक्टीरिया के विकास को रोकने के लिए महिलाओं को हर चार से छह घंटे में अपने पैड या टैम्पोन को बदलने चाहिए।

6. नियमित व्यायाम करें

नियमित व्यायाम से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार हो सकता है, जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा मिलता है और तनाव कम होता है। इससे पीरियड्स के दौरान बुखार को रोकने में मदद मिल सकती है। महिलाएं अपने संपूर्ण स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती को बेहतर बनाने के लिए कम मेहनत वाले व्यायाम जैसे पैदल चलना, योग करना या साइकिलिंग को शामिल कर सकती हैं। पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कठोर व्यायाम से बचना चाहिए, जिससे कि थकान और तनाव कम हो।

Back to top button