शहीद अमरसीर सिंह करीब 12 साल पहले वह भारतीय सेना की सिख सिखलाईट 13 बटालियन में बतौर सिपाही भर्ती हुआ था। वह तीन माह पहले ही छुट्टी काट कर ड्यूटी पर गया था। शहीद होने से एक दिन पहले ही उसने अपनी बेटी को फोन पर जन्मदिन की बधाई दी थी, लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि ये बात आखिरी भी हो सकती है। अब परिवार के पास सिर्फ यादें रह गई हैं।