पर्यावरण मंत्री खींवसर ने कहा- राजस्थान मेें वन वनाच्छादित क्षेत्र में हुई वृद्धि

जयपुर। राजस्थान के वन एवं पर्यावरण मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा है कि प्रदेश में जन सहभागिता से वन प्रबन्धन के परिणाम स्वरूप राज्य में निरन्तर रूप से वनाच्छादित क्षेत्र में आशातीत वृद्धि हुई है।

खींवसर आज वन विभाग एवं जयपुर विकास प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में जयपुर के नजदीक बीड़ रावली जामडोली में आयोजित 69वां राज्य स्तरीय वन महोत्सव समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा दो वर्ष के अन्तराल में प्रकाशित वन रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2015 की तुलना में 2017 की रिपोर्ट में 466 वर्ग किलोमीटर वनावरण में वनाच्छादित वृद्धि हुई है। 

उन्होंने बताया कि राज्य की राजधानी जयपुर में 70 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र आच्छादित है। नाहरगढ़, जलोजिकल पार्क 4-5 महीनों में ही महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों के रूप में शामिल हो गया है। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र की जनता को प्राकृतिक वातारण, भ्रमण उपलब्ध कराने एवं पर्यावरण संतुलन आदि के लिए जयपुर की तर्ज पर राज्य के पांच शहरों में पांच स्मृति वन विकसित किए हैं। उन्होंने कहा कि नाबार्ड के सहयोग से राज्य के 17 जिलों में 27 हजार 400 सौ हैक्टेयर क्षेत्र में वृक्षारोपण कराया गया है। 

उन्होंने वन विकास एवं वन्य जीव सुरक्षा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले वर्ष 2016 के लिए तीन क्षेणियों में ग्राम्य वन सुरक्षा समिति खातीखेड़ा का बाडिय़ा वन नाका एकभलगपुरा रेज, रावतभाटा, कल्पतरू संस्थान, जयपुर, गोविन्द शर्मा वन्य जीव प्रेमी, कोटा को 50-50 हजार का पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। 

इसी प्रकार वर्ष 2017 के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्ति बांसवाड़ा के डॉ. रागिनी शाह, हिण्डोन सिटी के प्रकाश चन्द शर्मा को पचास हजार रुपए राशि का पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र अमृता देवी पुरस्कर के रूप में प्रदान किया गया। 

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