बड़ी खुशखबरी: हरियाणा में बिजली हुई सस्‍ती, अब हर माह आएगा इतना बिल

चंडीगढ़। हरियाणा में बिजली के रेट बहुत कम हो गए हैं। मनोहरलाल सरकार ने बिजली की दर करीब आधी कर दी है। राज्य में प्रति माह 200 यूनिट तक की बिजली की खपत पर प्र‍ति यूनिट अब सिर्फ 2.50 रुपये देना हाेगा। पहले यह दर 4.50 रुपये प्रति यूनिट थी। 50 यूनिट तक बिजली खपत करने वालाें के लिए यह दर दो रुपये प्रति यूनिट होगी। इसके साथ ही अब बिजली बिल हर महीने आएगा। पहले यह दो माह पर आता था। नए दराें से हरियाणा के 41 लाख बिजली उपभोक्‍ताओं का लाभ होगा।

विधानसभा के मॉनसून सत्र के अंतिम दिन सदन में मुख्‍यमंत्री मनोहलाल ने यह घोषणा की। मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि हरियाणा में जो बिजली उपभोक्ता एक माह में 50 यूनिट बिजली खर्च करेंगे उन्हें दो रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिल देना लगेगा। इससे गरीब तबके अौर निम्‍न आयवर्ग के लोगों का बिजली बिल काफी कम हो जाएगा।

मुख्‍यमंत्री ने घोषणा की कि हर माह 200 यूनिट तक बिजली खपत करने वालों को अब 4.50 रुपये प्र‍ति यूनिट की  बजाए 2.50 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिल लगेगा। उन्‍होंने कहा कि नई दरें 1 अक्टूबर से लागू होगी। इनई दरों से हर माह 200 यूनिट बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ता को 437 रुपये की प्रतिमाह बचत होगी।

पूर्व सैनिकों के मामले पर हंगामा

विधानसभा में पूर्व सैनिकों के मामले पर हंगामा हुआ। सदन में कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री गीता भुक्कल ने पूर्व सैनिकों की मांग पर सरकार से जवाब मांगा। गीता भुक्‍कल ने पूर्व सैनिकों के मुद्दे उठाए तो वित्‍तमंत्री कैप्‍टन अभिमन्‍यु से उनकी बहसबाजी हो गई। वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि आज कांग्रेसियों को पूर्व सैनिकों की याद आ रही है, लेकिन जब सत्‍ता में थे तो नहीं याद था। 

कैप्‍टन अभिमन्‍यु ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में केंद्र सरकार ने सैनिकों के कल्‍याण के लिए कई फैसले किए हैं और वन रैंक वन पेंशन लागू की है। कांग्रेस ने 70 साल में वार मेमोरियल नहीं बनवाया। ये शहीदों के खून पर राजनीति करते हैं। 

कैप्‍टन अभिमन्‍यु ने कहा कि हरियाणा सरकार ने चार साल में शहीदों के 233 आश्रितों को नौकरी दी है। झज्जर में मौजूदा सरकार मिल्ट्री स्कूल नहीं बनवा पाई। गीता भुक्कल शिक्षा मंत्री रहते कुछ नही कर पाई लेकिन हमारी सरकार ने यह स्‍कूल बनवाया। कैप्टन ने कहा कि शहीदों पर कांग्रेस ने गंदी राजनीति की है

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