अर्थ ऑवर: अंधेरे में डूबे राष्ट्रपति व संसद भवन, 300 मेगावाट बचाई बिजली

दिल्ली में अर्थ ऑवर के दौरान राष्ट्रपति भवन, संसद भवन और इंडिया गेट सहित कई एतिहासिक इमारतें अंधेरे में डूब गई। इस दौरान दिल्लीवासियों ने करीब 300 मेगावाट बिजली की बचत की है। अर्थ ऑवर के दौरान आम दिल्लीवासियों के भवनों के साथ ही लुटियंस दिल्ली के साउथ ब्लॉक, नॉर्थ ब्लॉक और इंडिया गेट समेत अन्य ऐतिहासिक इमारतों की लाइटों को बंद कर दिया गया।

इसका असर भी दिखाई दिया। पिछले वर्ष दिल्ली ने 290 मेगावाट बिजली की बचत की थी, जबकि इस वर्ष 10 मेगावाट अधिक की बचत की है। अर्थ ऑवर के मद्देनजर शनिवार रात 8.30 से 9.30 बजे तक ज्यादातर इलाकों में लोगों ने टेलीविजन, पंखे व अन्य बिजली से चलने वाले उपकरणों को बंद कर बिजली बचाने में योगदान दिया।

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बिजली कंपनियों के अनुसार टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) ने करीब 83 मेगावाट बिजली बचाई। बॉम्बे सब अर्बन इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई (बीएसइएस) ने कुल 183 मेगावाट बिजली की बचत की। इसमें से बीएसइएस राजधानी पावर लिमिटेड ने 129 मेगावाट तो बीएसइएस यमुना पावर लिमिटेड ने 54 मेगावाट बिजली की बचत की। इसके अतिरिक्त एनडीएमसी और दिल्ली कैंट की बिजली वितरण कंपनियों 34 मेगावाट बिजली की बचत की।

 
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