मुख्य सड़कों से हटेगा ई-रिक्शा का झुंड, सि‍र्फ इन रूटों पर चलेंगे

देहरादून : विक्रमों के बाद शहर में यातायात जाम के सबसे बड़े कारण बन रहे ई-रिक्शा पर परिवहन विभाग नकेल डालने की तैयारी में है। दरअसल, सरकार भी मुख्य सड़कों पर ई-रिक्शा के बढ़ते झुंड से परेशान है। खुद शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक की ओर से जिलाधिकारी और परिवहन विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि ई-रिक्शा मुख्य मार्गों के बजाए संपर्क मार्गों या उन मार्गों पर चलें जहां बस या ऑटो की सेवा नहीं है। इसी क्रम में परिवहन विभाग द्वारा दून शहर, ऋषिकेश, विकासनगर, सेलाकुई के साथ हरिद्वार शहर और रुड़की में ई-रिक्शा संचालन के रूट तय कर दिए हैं। हाइवे पर इनका संचालन पूरी तरह रोकने की तैयारी चल रही है। 

निजी स्टेज कैरिज बस, सिटी बस, ऑटो व विक्रमों के ट्रांसपोर्टर भी लगातार मुख्य सड़कों पर ई-रिक्शा के संचालन के विरोध में रहे हैं। चूंकि, ई-रिक्शा फ्री-पॉलिसी के तहत पंजीकृत हो रहे, ऐसे में आरटीओ में धड़ल्ले से इनका पंजीकरण हो रहा। सिर्फ दून शहर में ही 1500 से ज्यादा ई-रिक्शा पंजीकृत हो चुके हैं और लगातार आंकड़ा बढ़ता जा रहा। पिछले साल भी ट्रांसपोर्टरों ने ई-रिक्शा के अवैध संचालन के विरुद्ध जुलाई में हड़ताल कर दी थी। तब सरकार और परिवहन विभाग ने इनके रूट तय कर दिए थे मगर कोई भी ई-रिक्शा इस नियम के तहत नहीं चल रहा। 

यही नहीं, हालात ये हैं कि पंजीकृत ई-रिक्शा के साथ बड़ी संख्या में गैर-पंजीकृत ई-रिक्शा भी शहर में बेधड़क झुंड बनाकर दौड़ रहे हैं। जिस कारण पूरे शहर का यातायात बाधित रहता है। चौक-चौराहों से लेकर राजमार्ग, मुख्य सड़कों तक इनका संचालन हो रहा जबकि नियम में तय है कि ये हाइवे पर नहीं चल सकते। आरटीओ दिनेश पठोई के अनुसार ई-रिक्शा के लिए आरटीए ने अगस्त 2017 में ई-रिक्शा के रूट तय किए थे। अब इन रूट को लागू किया जा रहा है। जो रिक्शा अभी बगैर रूटों के चल रहे हैं, उन्हें इस दायरे में शामिल किया जाएगा। 

मनमाने किराए पर होगी कार्रवाई

ऑटो की तर्ज पर ई-रिक्शा चालकों द्वारा मनमाना किराया लेने की शिकायतें विभाग को मिली हैं। आरटीओ ने बताया कि सभी रूटों पर ई-रिक्शा का किराया दस रुपये से अधिकतम बीस रुपये तक तय है। चालक यदि ज्यादा किराया वसूल रहे हैं तो प्रवर्तन टीमें ई-रिक्शा को सीज करने की कार्रवाई करेंगी। 

इन रूटों पर चलेंगे ई-रिक्शा

देहरादून शहर क्षेत्र

  • फव्वारा चौक-नेहरू कालोनी-बलबीर रोड-लक्ष्मी रोड-वेल्हम गल्र्स कालेज- ब्राइटलैंड-ब्रोकलीन स्कूल
  • होटल ग्रेट वैल्यू-एनआइवीएच बैक गेट-कैनाल रोड-पुलिस कालोनी-आइटी पार्क मोड-पैराडाइज रेजीडेंसी-मसूरी

बाइपास मार्ग

  • मोहकमपुर मंदिर से एकता विहार-गीता एन्क्लेव-आर्शीवाद एन्क्लेव-भागीरथी कालोनी-नेहरू ग्राम-एकता एन्क्लेव-गंगोत्रीविहार-शताब्दी एन्क्लेव-जोगीवाला
  • जोगीवाला-बद्रीपुर गेट-इंदरपुर मार्ग
  • बल्लीवाला चौक-अनुराग-सीमाद्वार-आइटीबीपी-गढ़वाली कालोनी-जीएमएस रोड तक
  • दून शायर-साईंलोक कालोनी-इंजीनियर एन्क्लेव-जीएमएस रोड-देना बैंक-कमला पैलेस-सब्जी मंडी चौक
  • धर्मपुर-आफिसर्स कालोनी मोड-पुलिस लाइन-रेसकोर्स-बन्नू स्कूल-चंदर नगर- रेस्ट कैंप-अमनदीप होटल तक
  • स्मिथनगर-टी ईस्टेट-आरकेडिया ग्रांट-बड़ोवाला-शिमला बाइपास-तेलपुर चौक
  • लालपुल-देहराखास-कारगी चौक
  • भानियावाला-थानो मार्ग

ऋषिकेश क्षेत्र

  • रायवाला थाने से राजकीय इंटर कालेज-मोक्षधाम आश्रम-जीआरटीयू मार्ग
  • आइडीपीएल गेट-एक से वीरभद्र-सीमा डेंटल कालेज-एम्स-बैराज तिराहा-आइडीपीएल गेट-दो
  • भानियावाला चौक से थानो मार्ग

विकासनगर क्षेत्र

  • शहीद केशचंद्र महाविद्यालय डाकपत्थर से जीवनगढ़
  • डाकपत्थर से वाया शक्तिनगर होते हुए ढकरानी गांव तक
  • हरबर्टपुर से ढकरानी गांव
  • ढकरानी गांव से ढालीपुर होते हुए आसन बैराज तक
  • सहसपुर से सभावाला
  • सहसपुर से होरावाला गांव वाया छरबा
  • छरबा से बरोटीवाला
  • बरोटीवाला से केदारवाला, रुद्रपुर पसोली गांव तक
  • बरोटीवाला से विकासनगर चुंगी तक
  • बरोटीवाला से भुजवाला होते हुए अंबाड़ी तक
  • निगम रोड से अटक फार्म खैरी तथा पूरबिया लाइन से बहादर गांव तक
  • पुलिस चौकी रोड से फार्मासिटी गेट तक पुलिस चौकी रोड से डीपीएसजी कालेज चौक तक
  • बिहाइव कालेज रोड से जमनपुर तक
  • राना धर्मकांटा रोड से दून पीजी कालेज होते हुए मंतगी रबर फैक्ट्री तक

हरिद्वार शहर क्षेत्र

  • दक्ष मंदिर से शंकराचार्य चौक
  • शंकराचौक चौक से देवपुरा चौक
  • रेलवे स्टेशन से जीरो जोन होते हुए भीमगोड़ा दूधाधारी चौक
  • शिवालिक नगर का अंदरूनी क्षेत्र
  • सिंहद्वार से दक्ष मंदिर वायर लक्सर मार्ग

रुड़की क्षेत्र

  • एसडीएम आवास से एसबीआइ नहर पटरी होते हुए रेलवे स्टेशन तक
  • रुड़की रेलवे स्टेशन से फाट पाडली गुर्जर लाठर देवा रोड से पनियाला
  • ढंडेरा रेलवे स्टेशन से फाटक ढंडेरा, सैन्य अस्पताल तक
  • आइआइटी के अंदर
Back to top button