इस बड़ी वजह से कांग्रेस ने पीएम मोदी पर ही नहीं चुनाव आयोग पर भी बोला बड़ा हमला

गुजरात चुनाव में वोटिंग के दौरान भी सियासी घमासान चरम पर है. आज बात चुनाव आयोग पर बड़े आरोप तक पहुंच गई. आज कांग्रेस ने अहमदाबाद के साबरमती में पीएम नरेंद्र मोदी के अभिवादन कार्यक्रम को लेकर ना सिर्फ मोदी को बल्कि चुनाव आयोग पर भी बड़ा हमला किया. कांग्रेस ने पहली बार चुनाव आयोग पर बड़े आरोप लगाते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त को पीएम का निजी सचिव तक करार दे दिया.चुनाव आयोग

आज पीएम मोदी साबरमती के राणिप में वोट डालने पहुंचे थे. इस दौरान उन्हें देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था. वोट डालने के बाद मोदी गाड़ी के दरवाजे पर खड़े होकर सड़क के दोनों तरफ खड़े लोगों का अभिवादन करते हुए आगे बढ़ रहे थे. इसे मोदी का रोड शो बताते हुए कांग्रेस ने मोदी और चुनाव आयोग को निशाने पर लेते हुए कड़े शब्दों का प्रयोग किया

गुजरात चुनाव: दूसरे दौर में 68-70 फीसदी मतदान

आरोप1- पूरा देश देख रहा हरकत

इस रोड शो को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पीएम मोदी और चुनाव आयोग दोनों पर जबरदस्त हमला किया. सुरजेवाला ने कहा कि गुजरात में बीजेपी को नकारा जा रहा है. पहले और दूसरे दौर में कांग्रेस के पक्ष में वोटिंग हो रही है, इससे बीजेपी को हार का अंदेशा हो गया है. आदरणीय मोदीजी आपकी हरकत को पूरा देश देख रहा है. पीएम ने प्रजातांत्रिक मूल्यों को ध्वस्त किया, चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया.

 आरोप2-चुनाव आयोग बना बीजेपी का बंधक

सुरजेवाला ने चुनाव आयोग पर बड़ा और सीधा हमला करते हुए कहा कि ईसी ने अपने संवैधानिक कामों से किनारा कर लिया है. आयोग दोहरा मापदंड अपना रही है. राहुल और अखबारों को नोटिंस दिया जा रहा है जबकि बीजेपी की तरफ से उसने आंखें मूंद ली है. बीजेपी का बंधक बने चुनाव आयोग ने बीजेपी का पक्ष लिया है. आयोग बीजेपी का फ्रंटल संगठन बनकर मैदान में उतर आया है. 8 दिसंबर की जनसभा के लिए मोदी, बीजेपी को आयोग नोटिस नहीं देता. वह लोगों से वोट देने की अपील करते हैं, लेकिन चुनाव आयोग मूकदर्शक बना रहता है. अंधा बना रहता है. ईसी राहुल को नोटिस और केंद्र के मंत्री पर आंखें मूंदे रहता है.

आरोप3-चुनाव आयुक्त बने पीएम के निजी सचिव

सुरजेवाला ने कहा, मोदीजी ने निर्णय ले लिया है कि इस देश में कोई संवैधानिक संस्था नहीं बची रहेगी. चुनाव आयुक्त पीएम के पीएस बन गए हैं. ये शर्म की बात है. देश के इतिहास में कभी चुनाव आयुक्त को इस तरह बंधक नहीं बनाया गया होगा. इससे ज्यादा शर्मसार होने की बात ईसी के लिए नहीं हो सकती. उन्होंने कहा, हमारी मांग है कि अगर ईसी को अपने पद की, संविधान की थोड़ी भी शर्म बची है तो कांग्रेस के कल के ज्ञापन पर गौर करें, ईसी की मिलीभगत से संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.

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