बारिश खत्म होते ही बिगड़ने लगी दिल्ली की हवा, केंद्र सरकार ने कसी कमर

दिल्ली-एनसीआर में जितने दिन बारिश रही उतने दिन तो यहां की आबोहवा बिल्कुल साफ रही, लेकिन जैसे ही बारिश बंद हुई दिल्ली में एक बार फिर से प्रदूषण बढ़ना शुरू हो गया है। शुक्रवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सुरक्षित स्तर को पार कर गई जबकि अभी मुश्किल से बारिश हुए तीन दिन ही हुए हैं।

वायु की गुणवत्ता में आने वाली ये कमी चिंताजनक है क्योंकि अभी आगे-आगे और प्रदूषण बढ़ेगा और दिवाली तो अभी बाकी ही है। ज्यादा बढ़ोतरी पीएम 10 में देखी गई है। मंगलवार को दोपहर 1 बजे पीएम 10 का स्तर  35यूजी/क्यूबिक मीटर था। वहीं शुक्रवार को यह 222यूजी/क्यूबिक मीटर पहुंच गया जो सुरक्षित स्तर से बहुत ज्यादा है।

बढ़ते प्रदूषण और आने वाली सर्दी में दिल्ली की आबोहवा साफ करने के लिए केंद्र सरकार ने भी कमर कस ली है। शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने 16 नए मैकेनिकल स्वीपर व 40 वॉटर टैंकर को हरी झंडी दिखाई। इसमें से छह-छह स्वीपर दक्षिणी और पूर्वी निगम को मिलेंगे जबकि चार स्वीपर उत्तरी दिल्ली निगम के बेड़े में शामिल होगा। 

उपराज्यपाल अनिल बैजल और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के महापौर नरेंद्र चावला की मौजूदगी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि दिल्ली की आबोहवा को साफ-सुथरा करने के लिए केंद्र ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत 300 करोड़ रुपये की राशि जारी की थी।

‘स्वच्छ भारत मिशन दिल्ली में जन आंदोलन बन गया है’
इसी राशि से वाहन खरीदे गए हैं। तीनों निगमों की तारीफ करते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन दिल्ली में जन आंदोलन बन गया है। दूसरी तरफ अनिल बैजल ने कहा कि आर्थिक तंगहाली के बावजूद स्वच्छता की दिशा में निगमों का काम सराहनीय है। 

बैजल ने माना निगम के साथ बहुत सी दिक्कतें हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि बातचीत से सभी समस्याओं का समाधान निकाला जाएगा। नई मशीनों के शामिल होने से सर्दियों में प्रदूषण स्तर कम करने में मदद मिलेगी।

वहीं महापौर नरेंद्र चावला ने मांग की कि केंद्र सरकार निगम की वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए सीधे फंड जारी करे। साथ ही आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार निगम के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।

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