करीब दो सप्ताह बाद पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर का पर्दाफाश कर आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी पूर्व कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मनीष कुमार जागिड़ (20) निवासी ग्राम बिरखड़ी, गोलाकाबास, थाना टहला जिला अलवर, राजस्थान है। कुछ अरसे पहले उसकी शादी गावं-जोध्या, सिकन्दरा जिला दौसा सीमा जांगिड़ (25) से फरवरी, 2015 में हुई थी।
साजिश के अनुसार 30 जनवरी को मनीष ने किताब दिलवाने के बहाने अपनी ससुराल से सीमा को दौसा बुलवाया। मनीष अपने किसी मित्र से उसके घर पर मुलाकात करवाने का बहाना कर सीमा को सवारी जीप से बस्सी तहसील के जटवाड़ा रेलवे स्टेशन के पास ले आया। शाम करीब 4.30 बजे तक दोस्त का इन्तजार करने का बहाना कर अंधेरा ढलने का इंतजार किया। इसके बाद रेलवे के खंडहर पड़े क्वाटर्स में आरोपी मनीष ने पत्नी सीमा के सिर पर ईंट से ताबड़तोड़ वार कर अचेत कर दिया। इसके बाद चाकू से उसका गला रेत दिया।
जटवाड़ा रेल्वे स्टेशन के खण्डरनुमा क्वाटर्स में 31 जनवरी को को एक महिला की सिर कुचली व गला रेती हुई हालत में लाश मिलने की सूचना मिली। तब बस्सी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद डीसीपी (पूर्व) कुंवर राष्ट्रदीप, एसीपी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने मौके पर पहुंचकर डॉग स्क्वायड और एफएसएल टीम ने मौका मुआयना करवाया। मनीष पर संदेह होने पर पुलिस ने उसकी गतिविधियों पर निगरानी रखी। फोन कॉल डिटेल्स और लोकेशन खंगाली। आसपास सवारी जीप गाड़ियों से जानकारी जुटाई। तब अहम सुराग मिलने पर पुलिस ने दो सप्ताह बाद आरोपी पति मनीष को गिरफ्तार कर लिया। मर्डर करने के बाद मनीष वैष्णो देवी के दर्शन करने चला गया था।
पुलिस पड़ताल में सामने जो बातें आई हैं, वह समाज को बेमेल विवाह के मामले में आईना दिखाने वाली हैं। सीमा मनीष को तवज्जो नहीं देकर उसकी उपेक्षा करती थी। पति छोटा होने के कारण पत्नी उससे बात ही करना भी पसंद नहीं करती थी। वह लम्बे समय से पति से दूर रह रही थी। इसके चलते उसे पत्नी के चरित्र पर संदेह था। साथ ही, आपसी विचार नहीं मिलने की बात भी सामने आई है। मृतका सीमा अपने पीहर में रहकर पढ़ाई कर रही थी। वह महिलाओं का वित्तीय समूह चलाती थी। इससे मनीष को पत्नी सीमा के चरित्र पर शक होने लगा। उसने अपने परिजनों को भी बताया। लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। इससे पिछले करीब एक वर्ष से मनीष अपनी पत्नी से नफरत करने लगा।