क्या आप जानते हैं भगवान शिव की एक बहन भी थी जिनके बारे में कोई नहीं जानता क्योंकि वो तो…

देवों के देव महादेव का कौन भक्त नहीं है. आज आप किसी भी मंदिर में चले जाईये आपको हर जगह बम-बम भोले ही सुनाई पड़ेगा. भोले नाथ इतने ज्यादा भोले थे कि आज हर लड़की अपना होने वाला पति भोलेनाथ जैसा ही चाहती है, क्योंकि भोलेनाथ का अपनी पत्नी के प्रति प्रेम ही कुछ इस कदर था कि उन्हें अपनी पत्नी के अलावा कुछ और दिखता ही नहीं था. आप सभी भगवान् शिव और उनके परिवार के बारे में तो जानते ही होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भगवान् शिव की एक बहन भी थी जिनके बारे में शायद ही कोई जानता होगा. आप सोच रहे होंगे कि ये हम क्या बोल रहे हैं, अब भगवान् शिव की बहन कहाँ से आ गयी. तो चलिए हम आपको बताते हैं कि कौन थी उनकी बहन.

 

यह तो आप सभी जानते हैं कि भगवान् शिव जी तो अजन्मे थे उनका कोई कुल नहीं था तभी उन्हें नकुल कहा जाता है. जी हाँ तो कहानी कुछ इस तरह है कि जब भगवान् शिव और माता पार्वती की शादी हुई थी तो शादी के बाद माता पार्वती खुद को अकेला महसूस करती थीं और यह सोचती थीं कि काश उनकी भी कोई ननद होती, तो वे भी उनके साथ दिनभर बाते करती रहती और घर के भी कई कामों को उनके साथ मिलकर आसानी से निपटा लेतीं.  

अब भगवान् शिव तो अजन्मे थे उनका कोई भी नहीं था तो ऐसे में ननद का होना तो नामुमकिन ही था, लेकिन भगवान् शिव ने माता पार्वती के मन की बात जान ली कि वे आखिर क्या सोच रही हैं. अपनी पत्नी की बात को ध्यान में रखते हुए भोलेनाथ ने सीधा माता पार्वती जी से पूछ ही लिया कि क्या बात है आप कुछ विचलित सी नज़र आ रही है कोई समस्या हो तो बताईये?

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अपने पति के मुहँ से ये सवाल सुनते ही माता ने कहा कि जी हाँ मै सोच रही हूँ कि काश मेरी भी कोई ननद होती तो मेरा मन लगा रहता उसके साथ. भगवान शिव बोले कि देवी ठीक है यदि मैं तुम्हे ननद लाके देता हूँ तो क्या आपकी उसके साथ बनेगी और आपकी कभी भी उनसे लड़ाई नहीं होगी ? माता पार्वती जवाब में कहती हैं कि जी हाँ क्यों नहीं बनेगी आखिर वो मेरी ननद होंगी और आपकी बहन. तभी शंकर जी ने अपनी शक्ति से एक देवी को उत्पन्न कर दिया और कहा पार्वती ये आपकी नन्द है इनका नाम असावरी है.

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