अन्याय के खिलाफ न रहें चुप, उठाएं आवाज : वरुण गांधी
पंचकूला। उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने लोगों से अपील की है कि वे अन्याय के खिलाफ चुप न रहें, बल्कि आवाज उठाएं। शांत रहने से अन्याय और बढ़ेगा। देश में कई समस्याओं की जड़ असमानता है। असमानता ही आगे चलकर असमानता पैदा करती है।
सम्मेलन का उद्देश्य दलितों व आदिवासियों की मौजूदा परिस्थितियों के आकलन कर उनकी सामजिक, आर्थिक, राजनितिक और सांस्कृतिक आवश्यकताओं को चिह्नित करना था। सम्मेलन में दलितों के सम्मान के लिए जल्दी ही एक जन आंदोलन खड़ा करने का प्रस्ताव पास किया गया।
वरुण गांधी ने बताया कि आरटीआइ से पता चला है कि देश के 68 फीसद आइएएस ऐसे हैं, जो बड़े शहरों में पढ़े-पले हैं। 64 फीसद आइएएस-आइपीएस प्राइवेट स्कूलों में पढ़े हैं, 63 फीसद के पास एमए, एमफिल या पीएचडी की डिग्री है। गरीब के लिए तो प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को पढ़ाना संभव ही नहीं हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर स्कूलों में 25 फीसद सीटें गरीबों के लिये आरक्षित की हैं, लेकिनइनमें अभी तक 20 फीसद सीटें ही भरी गई हैं।
किसान आज टूटने के कगार पर : वरुण
वरुण ने कहा कि आज किसान टूटने के कगार पर है। 50 फीसद लोग बंटाई पर खेत करते हैं। दो राज्यों को छोड़ बाकी में ऐसा करना कानूनन वैध नहीं है। सरकार को हर जिले के लिए वहां की जरूरतों अनुसार खेती वास्ते योजना तैयार करनी चाहिए।
केरल से राज्यसभा सदस्य व भाकपा नेता डी राजा ने कहा कि संविधान सौंपते वक्त यह तय किया था कि गरीबी मुक्त हिंदुस्तान और समता मूलक समाज की स्थापना होगी। हर महकमे में न्याय और बराबरी का दर्जा मिले। मगर समता, स्वतंत्रता और न्याय के सपने का दरकिनार करते हुए आज दक्षिण पंथी शक्ति संविधान की मुख्य आत्मा को कुचलना चाहती है। सवाल आज हिंदुस्तान को बचाने का है। पुन: बाबा साहेब के पास जाना है, जिन्होंने लगातार राष्ट्र और जनतंत्र में महजबी सियासत की बात नहीं देखी।
सम्मेलन में आरजेडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सदस्य मनोज झा, कांग्रेस एससी मोर्चा के नीतिन राउत, जमीयत उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी, महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक भारती, कार्यकारी अध्यक्ष राकेश बहादुर ने भी विचार रखे। मौके पर ऑल इंडिया अंबेडकर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक भारती, महासभा की राज्य प्रधान रीना वाल्मीकि, हुकमचंद खुंडिया, ओमप्रकाश चोपड़ा, जितेंद्र कुमार, ज्ञान सहोता, दलबीर वाल्मीकि, स्टेट कार्यकारिणी अध्यक्ष राकेश बहादुर, स्टेट मीडिया सलाहकार मेनपाल, दिनेश वाल्मीकि, प्रधान जितेंद्र कुमार मौजूद थे।