अब घर बैठे मिलेगा DL और मैरिज सर्टिफिकेट, सरकार खुद करेगी 100 सर्विस की होम डिलिवरी
नई दिल्ली: अगस्त दिल्ली की जनता के लिए खुशखबरी लेकर आएगा. अगस्त से आपको सरकारी दफ्तरों में लंबी लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ा. ज्यादातर सरकारी सर्विस- जैसे ड्राइविंग लाइसेंस, जाती प्रमाणपत्र की होम डिलिवरी होगी. करीब 100 सेवाओं को जल्द ही आपके घर तक पहुंचाया जाएगा. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई दिल्ली कैबिनेट की बैठक में डिपार्टमेंट ऑफ एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म्स के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए ठेका देने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई.
सरकार की डोर स्टेप सर्विस
आम आदमी पार्टी सरकार की महत्वाकांक्षी डोर स्टेप सर्विसेज योजना अगले महीने से शुरू हो जाएगी. करीब 100 तरह की सुविधाओं की होम डिलिवरी अगस्त आखिर से शुरू होगी. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कैबिनेट के फैसले के बारे में बताया कि चयनित कंपनी को तीन साल का ठेका दिया जाएगा. पिछले साल नवंबर में कैबिनेट ने डोर स्टेप योजना को मंजूरी देते हुए 40 तरह की सुविधाओं को शामिल किया था. अब इसमें 30 और सर्विसेज जोड़ी गई है और जल्द ही 30 और सेवाएं जोड़ी जाएंगी. अब लोगों को किसी भी प्रकार के सर्टिफिकेट के लिए दफ्तरों के चक्कर काटने नहीं पड़ेंगे. सरकार आपके घर पहुंच कर आपका राशन कार्ड बनाएगी. राशन कार्ड ही नहीं, बल्कि करीब 100 तरह की बाकी सभी प्रकार की सुविधाओं की भी होम डिलीवरी होगी.
एनजी के पास भेजी जाएगी फाइल
दिल्ली सरकार ने पिछले साल नंवबर में डोर स्टेप डिलिवरी ऑफ सर्विसेज की स्कीम बनाई थी. इस स्कीम को मंजूरी के लिए एलजी के पास भेजा गया था. शुरुआत में एलजी ने स्कीम को लेकर कुछ आपत्ति जताई थी, लेकिन बाद में एलजी ने स्कीम को ग्रीन सिग्नल दे दिया था. मनीष सिसोदिया के मुताबिक, कैबिनेट ने स्कीम के लिए टेंडर अवॉर्ड करने का फैसला किया और इससे जुड़ी फाइल को एलजी के पास भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि कंपनी को भी तैयारी के लिए कुछ समय चाहिए और अगस्त के आखिर तक यह स्कीम लागू हो जाएगी.
दिल्ली सरकार ने हर महीने इस सिस्टम से 30 से 35 नई सुविधाओं को जोड़ने का फैसला भी किया था. इस हिसाब से अब तक 100 सर्विसेज की लिस्ट फाइनल की गई है. इस स्कीम में लोग अपने हिसाब सर्टिफिकेट बनवाने के लिए फोन कर सकेंगे. पेंशन के पेपर हो या राशन कार्ड, बच्चे का जन्म हो या किसी की मृत्यु, किसी प्रकार के प्रमाण पत्र के लिए ऑफिसों के चक्कर नहीं काटने होंगे. एक कॉल सेंटर होगा, जहां पर लोग कॉल करके यह बताएंगे कि उन्हें कौन सा प्रमाण पत्र बनवाना है.
मोबाइल सहायक करेंगे मदद
योजना के मुताबिक, एजेंसियों की मदद से मोबाइल सहायक बनाए जाएंगे. एक कॉल सेंटर विकसित किया जाएगा. आवेदक को कॉल सेंटर में फोन करके अपनी बेसिक डिटेल्स देनी होंगी. इसके बाद आवेदको को सभी डॉक्यूमेंट जमा रखने के लिए कहा जाएगा. इसके बाद कॉल सेंटर आवेदक के पते के मुताबिक सबसे करीब मोबाइल सहायक को फोन करके अलर्ट करेंगे. मोबाइल सहायक आवेदक से बात करके मीटिंग फिक्स करेगा. हालांकि, ड्राइविंग लाइसेंस के मामले में आवेदक को एक बार ड्राइविंग टेस्ट के लिए MLO ऑफिस जाना होगा.
घर बैठे होगी डिलिवरी
शुरुआत में करीब 300 मोबाइल सहायक रखे जाएंगे. इन सभी का पुलिस वेरिफिकेशन होगा. आने वाले समय में और मोबाइल सहायक जोड़े जाएंगे. मोबाइल सहायक आवेदक से सभी डॉक्यूमेंट लेकर उन्हें वेरिफाई करेगा और स्कैन करके संबंधित विभाग की वेबसाइट पर अपलोड करेगा. इससे आवेदक की रिजेक्ट होने वाली ऐप्लीकेशन के आंकड़ों में भी कमी आएगी. सर्टिफिकेट तैयार होने पर संबंधित विभाग मोबाइल सहायक और आवेदक दोनों को SMS के जरिए सूचित करेगा. वही, मोबाइल सहायक प्रिटिंग सर्टिफिकेट लेकर आवेदक के घर तक डिलिवरी करेगा.