भाई की हरकतों से परेशान होकर छात्रा ने मॉल से लगाई छलांग

फाफामऊ के शांतिपुरम स्थित एक मॉल की तीसरी मंजिल से शुक्रवार दिन में एक छात्रा नीचे कूद गई। वह अपने भाई की नापाक हरकतों से आजिज आ गई थी। खुदकुशी का प्रयास करने से पहले उसने चौकी इंचार्ज के नाम छोटा सा प्रार्थनापत्र भी लिखा था लेकिन, इसे पुलिस को देने से पहले ही उसने छलांग लगा दी। उधर, छात्रा के घर वालों ने आरोप लगाया है कि उसे मॉल से फेंका गया है। पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है।भाई की हरकतों से परेशान होकर छात्रा ने मॉल से लगाई छलांग

मेंहदौरी में रहने वाली एक इंटरमीडिएट की छात्रा रेखा (परिवर्तित नाम)  शुक्रवार को शांतिपुरम स्थित एक मॉल में पहुंची। वहां अपने कुछ दोस्तों से मुलाकात के बाद तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। रेखा गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे सिविल लाइंस स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके माता पिता इन दिनों हैदराबाद गए हैं। घर में रेखा, उसकी बहन और एक भाई है। उसके दोस्तों का कहना था कि वह अपने भाई की हरकतों से आजिज थी। मॉल में उसने सबको बुलाया और फिर भाई की हरकतों के बारे में बताया। यह भी बताया कि उसने मां-बाप से शिकायत की तो उन्होंने उल्टा उसे ही डांट दिया। इसके कारण भाई की हरकतें बढ़ती गईं। दोस्तों के मुताबिक मॉल में आने के बाद वह घर जाने को तैयार नहीं थी। उसे समझाया गया कि वह पुलिस को बताए। बदनामी के डर से पहले तो वह राजी नहीं थी फिर उसने चौकी इंचार्ज के नाम छह लाइन का प्रार्थनापत्र लिखा। इसमें भी भाई की हरकतों का जिक्र करते हुए उसे बचाने की गुहार लगाई गई थी। रेखा के दोस्तों के मुताबिक वे उसे समझाकर आपस में पुलिस से मिलने जुलने की सलाह कर रहे थे, तभी रेखा ने तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी।

सोरांव थाना प्रभारी ने बताया कि वह बिजली के तार पर गिरते हुए नीचे गिरी। उसके सिर में भी चोट आई है। उसे सिविल लाइंस स्थित एक हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। उसका प्रार्थनापत्र मिला है। उसकी जांच कराई जा रही है। सूचना पर रेखा के मामा, भाई (जिस पर आरोप है) आदि रिश्तेदार भी पहुंच गए। उन लोगों ने आरोप लगाया कि रेखा के दोस्तों ने ही उसे नीचे फेंक दिया। फिलहाल घटना के वक्त मॉल में काफी भीड़ थी। लड़की सबके सामने ही कूदी है। ऐसे में फेंकने वाली बात सही नहीं है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।

इलाहाबाद। रेखा के दोस्तों ने बताया कि भाई की ‘गंदी बात’ से वह त्रस्त हो गई थी। जब मां-बाप ने उसकी नहीं सुनी तो वह सारी बात दोस्तों से शेयर करने लगी। पहले तो दोस्तों को भी समझ में नहीं आया कि क्या करें। जब मॉल में रेखा ने कहा कि वह अब घर लौटकर नहीं जाएगी। भाई गलत हरकत भी करता है और पीटता भी है। इसके बाद दोस्तों ने उसे पुलिस के पास जाने की सलाह दी।

फाफामऊ के शांतिपुरम में भाई की हरकतों से परेशान रेखा ने खुदकुशी का प्रयास किया। इस घटना ने लोगों ने हिलाकर रख दिया है। मनोवैज्ञानिकों से लेकर समाजशास्त्रियों तक सबकी राय है कि बच्चों खासकर किशोरों की समस्याओं को मां-बाप को अनदेखा नहीं करना चाहिए। लड़कियों में खास तौर पर मां की जिम्मेदारी होती है कि वह उनकी बात सुने और समझे। घर के हैवानों से बचाने में बच्चे की सबसे बड़ी मदद मां-बाप ही कर सकते हैं। रेखा के मामले में भी अगर मां-बाप ने उसे समझा होता तो वह खुदकुशी के प्रयास तक नहीं पहुंचती।

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