DGCI ने भारत बायोटेक की इंट्रानैसल वैक्सीन के फेस 3 ट्रायल और बूस्टर डोज की फेज 3 स्टडी को दी मंजूरी

ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (DGCI) ने भारत बायोटेक की इंट्रानैसल वैक्सीन के फेस 3 ट्रायल और बूस्टर डोज की फेज 3 स्टडी को मंजूरी दे दी है। बूस्टर डोज का इस्तेमाल उन लोगों के लिए किया जाएगा, जिन्होंने वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लिए हैं।

ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी (SEC) ने भारत बायोटेक को परीक्षण के लिए अपना संशोधित प्रोटोकाल दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। वैक्सीन निर्माता कंपनी और एसईस के बीच हुए एक बैठक में, विस्तृत विचार-विमर्श के बाद, महामारी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए फेस-3 ट्रायल को अनुमति दी गई है। उसके आधार पर ही भारत बायोटेक को अनुमोदन के लिए संशोधित प्रोटोकाल दाखिल करने के लिए कहा गया है।

वैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक पांच हजार लोगों पर क्लीनिकल ट्रायल करने की योजना बना रही है। इन लोगों में 50 फीसदी को कोविशील्ड और अन्य 50 फीसदी को कोवैक्सिन कोविड-19 टीका लगाया गया है। कंपनी द्वारा प्रस्तुत की गई एक रिपोर्ट में कोरोना वैक्सीनेशन पूरा होने के छह महीने बाद बूस्टर डोज लगाने की बात कही गई है। भारत बायोटेक ने इंट्रानैसल बूस्टर डोज वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल के लिए दिसंबर के मध्य में आवेदन किया था।

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