दिल्ली: 10 दिन में शुरू होगा महिला सम्मान योजना के लिए पंजीकरण
मौजूदा और सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी, सांसद, विधायक, पार्षद, आयकर दाता समेत विशेष पेंशन लाभार्थियों को छोड़कर दिल्ली की हर महिला वोटर योजना की पात्र होंगी। मुख्यमंत्री आतिशी के मुताबिक, कैबिनेट से पास होने के बाद इस योजना का नोटिफिकेशन भी हो गया है। जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर इसको लागू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना के लिए पात्र महिलाओं का पंजीकरण अगले दस दिनों में शुरू हो जाएगा। मौजूदा और सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी, सांसद, विधायक, पार्षद, आयकर दाता समेत विशेष पेंशन लाभार्थियों को छोड़कर दिल्ली की हर महिला वोटर योजना की पात्र होंगी। मुख्यमंत्री आतिशी के मुताबिक, कैबिनेट से पास होने के बाद इस योजना का नोटिफिकेशन भी हो गया है। जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर इसको लागू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री आतिशी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना को नोटिफाई भी कर दिया गया। अब पंजीकरण प्रक्रिया से जुड़ी औपचारिकताएं पूरी हो रही हैं। उम्मीद है कि आने वाले हफ्ते-दस दिन में यह पूरा कर लिया जाएगा। आतिशी ने बताया कि योजना में 18 साल से ज्यादा की उम्र की हर महिला मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना की हकदार होगी। इसके लिए उनके पास 12 दिसंबर से पहले दिल्ली का मतदाता प्रमाण पत्र होना चाहिए। इसके अलावा योजना में दूसरी बंदिशें भी होंगी।
इसमें सबसे पहले ऐसी महिलाएं योजना की हकदार नहीं होंगी, जो एमसीडी, दिल्ली सरकार या केंद्र सरकार के अधीन मौजूदा या सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी हों। अगर वह किसी भी प्रकार की स्थायी सरकारी कर्मचारी हैं तो वह पात्र नहीं होंगी। इसके साथ अगर कोई भी महिला एमपी, एमएलए, काउंसलर है या रह चुकी हैं, तो वह भी योजना की पात्र नहीं होगी।
आतिशी के मुताबिक, इनकम टैक्स देने वाली महिलाओं को भी योजना के बाहर रखा गया है। साथ में वह महिलाएं, जिनको पहले से ही दिल्ली सरकार की कोई पेंशन स्कीम, जैसे ओल्ड ऐज पेंशन, विडो पेंशन, दिव्यांगता पेंशन मिल रही है, वह भी इस योजना की हकदार नहीं होंगी। इसके अलावा दिल्ली में रहने वाली 18 साल से ऊपर की हर महिला को योजना के तहत 1000 रुपये की सम्मान राशि मिलेगी।
आएगी आर्थिक निर्भरता
आतिशी ने माना कि राजधानी में बड़ी संख्या में ऐसी महिलाएं हैं, जो वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर नहीं हैं। उन्हें अपने छोटे-मोटे खर्चे करने के लिए किसी न किसी पुरुष के सामने हाथ फैलाने पड़ते हैं। जब छोटी होती हैं, तो पिता के सामने, जब बड़ी होती हैं तो पति के सामने हाथ फैलाती हैं। जब बुजुर्ग होती हैं तो अपने छोटे खर्चों के लिए बेटे के सामने हाथ फैलाना पड़ता है। महिलाओं के इसी दर्द को समझते हुए आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस दिशा में पहल की थी।
मिले दूसरे लाभ, 40 करोड़ से ज्यादा ने की बस यात्रा
आतिशी ने बताया कि सरकारी स्कूल बेहतर होने का सीधा फायदा वहां पढ़ने वाली लड़कियों को हुआ है। दिल्ली के हर गली, मोहल्ले में मोहल्ला क्लीनिक खुल गए हैं। इसका सबसे ज्यादा फायदा दिल्ली की महिलाएं उठा रही हैं। पिछले पांच सालों में 40 करोड़ से ज्यादा बस यात्रा, महिलाओं ने पिंक टिकट पर मुफ्त की हैं। आज तकरीबन 11 लाख महिलाएं रोज डीटीसी बसों में फ्री सफर करती हैं।