इन मौकों पर बेटियों को हमेशा याद आते हैं पापा, जानें वो खास पल

यूं तो बेटा हो या बेटी, माता-पिता को दोनों ही प्यारे होते हैं लेकिन बेटियां अपने पापा के ज्यादा करीब होती हैं, इस बात में कोई दो राय नहीं है।

पापा वो शख्स हैं जिनकी दुआएं हमेशा अपनी बेटी के कदमों के नीचे चलती है, जिनकी आंखों में अपनी नन्ही परी के लिए ख्वाहिशों की लंबी सी कहानी पलती हैं।

अगर आप भी एक लड़की हैं और आप इस खूबसूरत से रिश्ते को जी रही हैं तो यकीन मानिए आप बहुत खुशनसीब हैं और अगर ऐसा नहीं है आपके पापा, आपसे दूर हैं तो आपकी यादों में आज भी आप उन पलों को, उन बातों को, उन किस्सों को, उन कहानियों को ज़रूरत संजोकर रखती हैं जो आपके पापा से जुड़ी हैं।

पापा की याद –

लेकिन फिर भी दिल में उनके ना होने की टीस ज़रूर रहती होगी। और खासकर कुछ मौकों पर आपको अपने पापा का साथ ना होना ज़रूर अखरता होगा, जब आप अपने पापा को ज़रूर याद करती होंगी। हम भी ऐसे ही कुछ पलों को शब्दों में समेट कर लाए हैं, ज़रा पढ़िए और सोचिए, कि क्या आपके साथ भी ऐसा होता है।

1- जब लोग बेवजह उंगली उठाए-

अक्सर पापा के जाने के बाद कुछ ऐसे लोग भी आप पर उंगलियां उठाने लगते हैं जो शायद पहले कुछ कह नहीं पाते थे, तब महसूस होता है कि शायद आपके और दुनिया के बीच की दीवार थे पापा. पापा की याद आती है. शायद ज़माने भर की ज़ुबां पर लगा ताला थे पापा, ऐसे वक्त पर दिल बस यही कहता है, ‘पापा कहां हो आप’

2- जब चाहिए हो लाइफ एडवाइस-

जब दिल और दिमाग के बीच जंग चल रही हो और ज़िदंगी को लेकर आप किसी कशमकश में फंसे हो तो आपको महसूस होता है काश पापा होते और उनकी गोद में सर रखकर मैं उनकी सलाह ले पाती।

3- जब लेना हो कोई बड़ा निर्णय-

जब कोई बड़ा डिसीज़न लेना हो, किसी बात को लेकर कन्फ्यूजन हो और आपकी एक हां या ना आपकी लाइफ में सब कुछ बदल सकती हो तो बस ऐसा लगता है कि पापा होते तो उनसे पूछकर ज़रूर मैं सही फैसला ले पाती।

 

4- जब दिल अकेला महसूस करें-

ज़िदंगी में कईं ऐसे मोड़ आते हैं जब कुछ भी समझ नहीं आता, सब के आस-पास होते हुए भी दिल अकेला सा महसूस करता है, पापा की याद आती है, भीड़ में भी आपको यूं लगता है मानो कोई साथी नहीं है, ऐसे वक्त पर भी पापा की याद आती हैं।

 

5- जब शेयर करने हो सीक्रेट्स-

वैसे तो कईं ऐसे सीक्रेट्स होते हैं जो लड़कियां सिर्फ अपनी मम्मी से ही शेयर करना चाहती है लेकिन बदलते वक्त के बाद आजकल पापा भी ‘पापा फ्रेंड’  बन गए हैं और जब अपने दिल के सीक्रेट्स शेयर करने हो तो पापा का ना होना बहुत अखरता है।

 

6- जब मम्मी ना समझे कोई बात-

अक्सर ऐसा होता है कि जब मम्मी कोई बात नहीं मानती तो हम पापा से वो बात मनवाने की कोशिश करते हैं, लेकिन जब ऐसे में पापा ना हो और मम्मी आपकी बात ना समझे तब भी पापा ज़रूर याद आते हैं।

 

7- किसी भी खास मौके पर-

ज़िदंगी के किसी भी खास मौके पर, फिर चाहे बात किसी सपने के पूरा होने की हो या फिर किसी मंज़िल को पा लेने की, पहली सैलरी की खुशी बांटने की हो या दिल टूटने का दर्द, बर्थडे हो या शादी, पापा का ना होना दिल के किसी कोने में खालीपन ले आता है।

 

अगर आपके साथ भी ऐसा हुआ है और ये स्टोरी आपके भी दिल के करीब है, तो इसे अपने, अपनों के साथ ज़रूर शेयर करें।

 

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