अनोखा मामला – एक रात ने छिनी इस बच्चे कि भूख प्यास

भूख एक ऐसी चीज हैं जो किसी भी इंसान क्या जानवर को परेशां कर सकती हैं। क्योंकि भूखे पेट किसी का भी जीवित रहना क्या कोई काम करना भी आसन नहीं हैं। एक नवजात शिशु भी भूख लगने पर रो कर अपनी भूख व्यक्त कर देता हैं। लेकिन क्या आप कभी सोच सकते हैं कि आपको भूख का अहसास ही ना हो तो। अब आप सोच रहे होंगे कि हम क्या बेतुकी बातें कर रहे हैं, तो हम आपको बताने चाहते हैं कि ऐसा एक बच्चे के साथ हो रहा है, उस बच्चे को भूख का अहसास होना ही बंद हो गया हैं। आइये हम बताते है इसकी पूरी कहानी।

चार साल पहले 14, अक्टूबर 2013 की सुबह जब अमेरिका में रहने वाला लंदन जोन्स सोकर उठा तो उसका भूख और प्यास का अहसास खो चुका था। जबकि पिछली रात उसने एक पिज्जा और आइसक्रीम खाई थी। यही नहीं उसने अपनी पसंदीदा बाइक से बाहर जाना और पार्क में दोस्तों व भाई के साथ खेलना भी बंद कर दिया। वह बीमार रहता है और दिन में लगभग चौबीसों घंटे उसे चक्कर आते रहते हैं।

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जोन्स के माता पिता माइकल और डेबी अपने बेटे की बीमारी का पता लगाने और इलाज के लिए अमेरिका के अलग अलग पांच शहरों में गए, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी। अब अमेरिका में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ जोन्स की जांच करने के बाद उसका इलाज खोजने पर विचार कर रहा है। ये संस्थान केवल दुर्लभ बीमारियों की जांच के लिए ही जाना जाता है।

इतने सालों से जोन्स दोपहर के भोजन में बमुश्किल कभी कभार सैंडविच का एक टुकड़ा और कुछ क्रिस्प खाता है। इसके लिए भी उसके माता-पिता को काफी मेहनत करनी होती है। रोचेस्टर में मेयो क्लीनिक के विशेषज्ञों का मानना है कि जोन्स का मामला दुर्लभ है। यह दुनिया का अपने प्रकार का पहला मामला लग रहा है। उसकी इस रहस्यमयी बीमारी को पकड़ पाने में बड़े अस्पतालों के डॉक्टर भी नाकाम रहे हैं।

 

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