Corona Virus : प्राणायाम का नियमित अभ्यास करें, कोरोना से बचें

लखनऊ : रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाने के लिए जरूरी है कि हम अपनी सारी अंत:स्रावी ग्रंथियों को सक्रिय रखें, विशेष रूप से थायमस ग्रंथि को। यह ग्रंथि हमारे हृदय के पास दोनों फेफड़ों के बीच स्थित होती है।
इस ग्रंथि का मुख्य कार्य टी-सेल या T-lymphocytes का निर्माण करना है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और इसके लिए सूर्य नमस्कार का नियमित अभ्यास करना जरूरी है।
प्राणायाम में अनुलोम-विलोम, भस्त्रिका व कपालभांति का अभ्यास नियमित करना जरूरी है।
‘ॐ’ का उच्चारण कम से कम 5 मिनट तक नियमित करें। यदि हम ‘ॐ’ का उच्चारण नियमित रूप से करते हैं तो इससे थायमस और पिट्यूटरी ग्लैंड्स मजबूत होती है।

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