थराली उपचुनाव को लेकर कांग्रेस की बढ़ी बेचैनी
देहरादून: थराली विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में जीत का सेहरा किसके सिर बंधेगा, यह गुरुवार को पता चलेगा। सोमवार को मतदान के बाद प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटियों में बंद हो गया, लेकिन प्रतिष्ठा का सबब बने इस उपचुनाव को लेकर कांग्रेस की बेचैनी बढ़ी हुई है। अलबत्ता, कांग्रेस का दावा है कि सोमवार को हुए मतदान के नतीजे उसके पक्ष में आएंगे।
दरअसल तीर्थ स्थलों बदरीनाथ और केदारनाथ से सटे चमोली जिले के थराली विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव को कांग्रेस राज्य में निकाय चुनाव के साथ ही अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव के लिहाज से अहम मान रही है। वैसे भी पिछले कुछ अरसे में विभिन्न राज्यों में हुए उपचुनावों के नतीजों ने भाजपा को अपेक्षा के अनुरूप खुशियां नहीं दी हैं। इससे कांग्रेस उत्साहित है।
पार्टी का ये भी मानना है कि उपचुनाव के नतीजे उसके पक्ष में रहते हैं तो विधानसभा चुनाव में बुरी तरह मिली हार से उबरने का मौका मिलेगा। साथ में भाजपा को मिले भारी बहुमत के खिलाफ सियासी वार और प्रचार का मौका कांग्रेस के हाथ में आ सकेगा। यही वजह है कि उपचुनाव में कांग्रेस ने ताकत झोंकने से गुरेज नहीं किया। हालांकि उपचुनाव के प्रचार में पार्टी का कोई भी शीर्ष राष्ट्रीय नेता थराली नहीं पहुंचा। कांग्रेस की नजरें अब चुनावी नतीजों पर टिक गई हैं।
उपचुनाव परिणाम 31 मई को आएंगे। ऐसे में कांग्रेस की रणनीति ईवीएम पर निगाह रखने की भी है। इस सिलसिले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए हैं। पार्टी इस मुद्दे को लेकर निर्वाचन आयोग में पहले भी जा चुकी है। इस कवायद को पार्टी की दबाव बनाने की नीति से जोड़कर देखा जा रहा है।