जब अटलजी ने हंसते हुए कहा था- जितना होगा सिक्का कम, उतना होगा भाषण कम

बेगूसराय/ नवादा। देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार बेगूसराय आए थे। सबसे पहले 1980 में भाजपा के संस्थापक अध्यक्ष बनने के बाद वे पार्टी द्वारा पॉलिटेक्निक मैदान में आयोजित सभा में शिरकत करने पहुंचे थे। यहां कार्यक्रम के दौरान पार्टी नेताओं द्वारा जन संग्रह से जमा एक लाख की राशि उन्हें मंच पर सौंपी जानी थी। परंतु राशि एक लाख से कम रह जाने की जानकारी पर सभा में ही, उन्होंने मजाकिए लहजे में कहा था कि जितना सिक्का कम उतना भाषण भी कम होगा।जब अटलजी ने हंसते हुए कहा था- जितना होगा सिक्का कम, उतना होगा भाषण कम

उनके इस वाकया की जानकारी भाजपा नेता अमरेन्द्र कुमार अमर ने दी। उन्होंने बताया कि उनका भाषण सुनने के लिए पॉलिटेक्निक मैदान में काफी भीड़ उमड़ी थी। दूसरी बार लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान 1996 में उनका आगमन उलाव हवाई अड्डे पर हुआ था। वहीं तीसरी बार विधानसभा चुनाव के दौरान वर्ष 2000 में वे तब के बरौनी रेलवे मैदान में भाजपा नेता रामलखन सिंह के पक्ष में आयोजित सभा को संबोधित करने पहुंचे थे। हालांकि अब बरौनी का वह रेलवे मैदान अपना अस्तित्व खोने के कगार पर है।

नवादा में लग गई थी चोट, मंच पर कहा एेसा कि छा गई खामोशी

वहीं, नवादा में 1989 के लोकसभा चुनाव के समय अटल जी चुनावी सभा को संबोधित करने आए थे। ट्रेनिंग स्कूल का मैदान खचाखच भरा था। तब बहुत ज्यादा सुरक्षा बलों की तैनाती राजनेताओं के चुनावी कार्यक्रम में नहीं होती थी। वाहन से उतरकर मंच तक जाने के दौरान खूब धक्का-मुक्की हुई। जिसमें उन्हें चोटें आईं।

जब अटल जी संबोधन के लिए मंच पर खड़े हुए तो उन्होंने भीड़ की धक्का-मुक्की का जिक्र भी किया। उन्होंने चोट लगने के बावजूद बस यही कहा कि चोटें आई हैं लेकिन कोई बात नहीं ये  धक्का-मुक्की अपनों ने की है। ये सुनते ही जनसभा में खामोशी छा गई थी। ये वाकया उस समय मंच का संचालन कर रहे पार्टी के जिलाध्यक्ष डॉ. प्रो. विजय कुमार सिन्हा ने सुनाई। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं से मिलते समय अटल जी का लहजा हमेशा सरल रहता था।  

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