सीएम राजे ने दूसरे दिन की शुरुआत कालीबाई पेनोरमा के लोकार्पण के साथ की

डूंगरपुर. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने डूंगरपुर दौरे के दूसरे दिन की शुरुआत कालीबाई पेनोरमा के लोकार्पण के साथ की। इस दौरान सीएम के साथ बीजेपी के कई बड़े नेता मौजूद रहे। जिसके बाद सीएम आसपुरा में जनसंवाद का कार्यक्रम रखा गया है। मुख्यमंत्री के इस दौरेके दौरान 85 करोड़ रुपए की विभिन्न योजनाओं की सौगात जिले को मिलेगी।

– कालीबाई पेनोरमा के पहले दिन आम जनता के लिए एंट्री फ्री रखी गई है। वहीं कल से इसके लिए टिकट चार्ज किया जाएगा। इस दौरान सीएम वसुंधरा राजे ने बताया कि उन्होंने पहले दिन भी पेनोरमा टिकट लेकर देखा है।

इनका होगा लोकार्पण व शिलान्यास

– सीएम अपने दौरे के दूसरे दिन के कार्यक्रम डूंगरपुर के मांडवा खापरडा गांव में बने कालीबाई पेनोरमा का लोकार्पण, बांसवाड़ा-डूंगरपुर की सीमा पर बोरेश्वर मंदिर के पास माही नदी पर 58 करोड़ 34 लाख की लागत से बनने वाले पुल व अप्रोच सड़क का शिलान्यास, 199.76 लाख की लागत से बने साबला उपखंड भवन का उद्घाटन, 267.00 लाख की लागत से बनने वाली साबला पंचायत समिति का शिलान्यास, 333.00 लाख की लागत से बने नालियादरा एनिकट का लोकार्पण, 954.08 सोनार माता एनिकट का शिलान्यास, 350.00 कन्या छात्रावास दोवडा क्षमता का शिलान्यास, 185.00 लाख की लागत से बने पीएचसी बड़ौदा का लोकार्पण, 153.00 लाख की लागत से बने म्याला टेकला गांव के लिए पेयजल योजना का लोकार्पण करने के साथ साबला थाने का भी उद्घाटन करेंगी।

क्या है कलीबाई की कहानी

– 15 अगस्त 1947 से पहले भारत में अंग्रेजों का शासन था। अनेक शिक्षक अपनी जान पर खेलकर स्कूल चलाते थे। ऐसे ही एक अध्यापक सेंगाभाई, जो रास्तापाल गांव में पाठशाला चला रहे थे। कई बार अंग्रेजों ने स्कूल बंद करने के लिए कहा। घटना 19 जून 1947 की है। अंग्रेजों का एक अफसर रास्तापाल आकर चेतावनी दी कि स्कूल बंद करो नहीं तो गोली मार दी जाएगी। कालीबाई ने कहा कि सबसे पहले मुझे गोली मारो। अंग्रेज रस्सी से बांधकर सेंगाभाई को घसीटने लगे। कालीबाई ने आवेश में आकर दांतली से रस्सी से काट दी। अंग्रेज ने पिस्तौल से फायर की और भाग गए। कालीबाई के बलिदान से सेंगाभाई के प्राण बच गए। इसके बाद पुलिस का उस क्षेत्र में आने का साहस नहीं हुआ।

Back to top button