CM योगी ने कल दिल्ली में भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ गृह मंत्री अमित शाह भी की भेंट
उत्तर प्रदेश व केंद्र की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी ने 12 सीट पर होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा उप चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल दिल्ली में भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ गृह मंत्री अमित शाह भी भेंट की। इनके बीच बैठक को प्रत्याशी चयन के लिए भी काफी अहम माना जा रहा है।
लोकसभा चुनाव में गठबंधन के साथ उतरने वाली समाजवादी पार्टी तथा बहुजन समाज की राह जुदा होने के बाद से प्रदेश में राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं। अब मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है। दोनों ही पार्टियां अलग-अलग लड़ेंगी और त्रिकोणीय लड़ाई में भी भाजपा अगर 12 सीटें नहीं जीत पाती है तो यह सीधे-सीधे सीएम योगी सरकार के कामकाज पर सवाल होगा। इसी बीच कानून व्यवस्था के मामले में भी राज्य सरकार पर सवाल उठ रहे हैं।
भाजपा के लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने के बाद अब होने वाले इस पहले उप चुनाव में फिर एक शानदार जीत दर्ज करने की तैयारी में लगना है। इन बदले में समीकरणों में भाजपा के सामने अपनी सीटों को बरकरार रखने के साथ सभी पर जीत दर्ज करने का भी दबाव है। उप चुनाव से सीएम योगी आदित्यनाथ की भी साख जुड़ी है।
मौजूदा विधायकों के लोकसभा के लिए निर्वाचित होने की वजह से 11 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। हमीरपुर से भाजपा विधायक अशोक कुमार सिंह चंदेल को हत्या के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद वहां भी चुनाव होगा। इससे पहले भी 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने शानदार जीत दर्ज की थी, लेकिन उप चुनाव में हार गई थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल उप राष्ट्रपति से भेंट करने के बाद गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस बैठक में बाद में भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हो गए। माना जा रहा है कि इस बैठक में उत्तर प्रदेश विधानसभा उप चुनाव में पार्टी की तैयारी के साथ ही प्रत्याशियों के चयन पर भी चर्चा हुई है। भाजपा अब उप चुनाव में अपने पिछले प्रदर्शन को दोहराने के मूड में नहीं है।