चीन को मिलेगा करारा जवाब: रेजांग ला में भारतीय सैनिक हर स्थिति का सामना करने के लिए हुए मुस्तैद

चीनी सरकार जहां दुनिया में शांति वार्ता की बात कर अपने को पाक साफ घोषित करने की कोशिश कर रही है वहीं वहां की मीडिया वीडियो जारी कर भारत को गीदड़ भभकी दे रही है। दरअसल अखबार ग्लोबल टाइम्स के संपादक हू शिजिन ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें वह भारत को चेतावनी दे रहे हैं। दूसरी ओर रेजांग ला में भारतीय सैनिक भी हर स्थिति का सामना करने के लिए मुस्तैद हैं।

अखबार के संपादक ने चीन की सेना (पीपल्स लिबरेशन आर्मी, PLA) के युद्धाभ्यास का वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने भारत से उकसावे की कार्रवाई बंद करने को कहा है और चेतावनी भी दी है कि नहीं मानने पर चीन भारत को हरा देगा।

शिजिन ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि चीनी सेना ने बुधवार को पठार इलाके में तिब्बत मिलिटरी कमांड की लाइव-फायर ड्रिल कर रही है। उन्होंने लिखा कि हमारी सेना ने हवाई टुड़कियों के साथ भी ड्रिल की। हां, ये सभी चीन-भारत के हालात की ओर लक्षित हैं। भारतीय सेना या तो उकसाना बंद करे या हारने के लिए तैयार रहे।’

इससे पहले ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया था कि पीएलए ने इस क्षेत्र में भारी सेना और हथियार तैनात करना तेज कर दिया है। देश के अलग-अलग हिस्सों से सेना यहां बुलाई जा रही है।

इससे पहले संपादक शिजिन ने अपनी एक रिपोर्ट में भारतीय सेना को चेतावनी दी थी कि पीएलए पहले गोली नहीं चलाती है, लेकिन अगर भारतीय सेना पीएलए पर पहली गोली चलाती है, तो इसका परिणाम मौके पर भारतीय सेना को मुंह की खानी पड़ेगी। उन्होंने रिपोर्ट में लिखा था कि अगर भारतीय सैनिकों ने संघर्ष को बढ़ाने की हिम्मत की, तो और अधिक भारतीय सैनिक शहीद होंगे।

कई दशक में पहली बार सैन्य फायरिंग की आवाज सुनने वाले रेजांग ला में बुधवार को भी भारत और चीनी सेना के बीच गतिरोध जारी रहा। हिमालय के इस बेहद रिमोट व दुर्गम क्षेत्र में दोनों सेनाएं महज 200 मीटर से भी कम दूरी पर एक-दूसरे के सामने डट गई हैं।

भारतीय अधिकारियों ने हालात को बेहद तनावपूर्ण बताते हुए दावा किया है कि पैंगोग झील के दक्षिणी हिस्से में चीनी सेना ने कम से कम चार जगह पर इसी तरह भारतीय सेनाओं के बेहद करीब अपना डेरा बना लिया है।

दोनों परमाणु शक्ति संपन्न पड़ोसियों ने सोमवार को लद्दाख क्षेत्र में हुई ताजा झड़प के दौरान एक-दूसरे पर हवाई फायरिग करने का आरोप लगाया था। साथ ही विवादित सीमाओं पर हथियारों के इस्तेमाल पर रोक वाले लंबे समय से चले आ रहे प्रोटोकॉल के उल्लंघन का भी आरोप दोनों ने एक-दूसरे पर लगाए थे।

दिल्ली में बैठे एक अधिकारी ने कहा, दोनों सेनाएं वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अपने-अपने हिस्से में हैं। रेजांग ला के करीब अग्रिम मोर्चे पर भारतीय और चीनी सैनिक महज 200 मीटर की दूरी पर कब्जा बनाए हुए हैं।

पैंगोंग झील के दक्षिणी हिस्से पर बर्फीले रेगिस्तान का 70 किलोमीटर लंबा टुकड़ा दोनों एशियाई दिग्गजों के बीच गतिरोध का नया मैदान बना हुआ है। अधिकारियों ने कहा, इलाके में तैनात करीब 3000 भरतीय सैनिकों ने सभी रणनीतिक व सामरिक अहमियत वाली दक्षिणी चोटियों पर अपना कब्जा बना रखा है।

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