दोकलम में सड़क और हेलीपैड बनाने को चीन को लेकर चीन ने कहा ने कहा- ये हमारा इलाका

चीन ने स्वीकार किया है कि वह दोकलम में विवादित क्षेत्र के पास सड़क और सैन्य कॉम्प्लेक्स सहित बड़े पैमाने पर अन्य बुनियादी सुविधाओं का विकास कर रहा है। साथ ही, इसे जायज ठहराते हुए कहा है कि इसका उद्देश्य अपने सैनिकों और नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाना है। हाल में आई खबरों में सैटेलाइट से प्राप्त तस्वीरों के हवाले से कहा गया है कि भारत के साथ फिर गतिरोध पैदा करने के लिए चीन दोकलम में सीमा पर भारी सैन्य जमावड़ा कर रहा है।

दोकलम में सड़क और हेलीपैड बनाने को चीन को लेकर चीन ने कहा ने कहा- ये हमारा इलाकाइस रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा, ‘मैंने भी वह रिपोर्ट देखी है। मुझे नहीं मालूम ऐसी तस्वीरें किसने मुहैया कराई लेकिन दोंगलोंग (दोकलम) को लेकर हमारी स्थिति बिल्कुल स्पष्ट है। यह हमेशा से चीन का हिस्सा रहा है। इस संबंध में कोई विवाद नहीं है।’ मालूम हो कि इस इलाके पर भूटान भी अपना दावा करता है। इससे होकर गुजरने वाला गलियारा (चिकेंस नेक कॉरीडोर) भारत के लिए भी सामरिक दृष्टि से अहम है क्योंकि शेष भारत को उत्तर पूर्व से जोड़ने का यह महत्वपूर्ण मार्ग है।

कांग ने कहा कि दोकलम में बुनियादी सुविधाओं में सुधार की चीन की कोशिश पूरी तरह वैध और जायज है। ठीक वैसे ही जैसे भारत अगर अपने क्षेत्र में कोई निर्माण करता है तो चीन इस संबंध में कोई टिप्पणी नहीं करेगा। वे उम्मीद करते हैं कि चीन के निर्माण गतिविधियों पर कोई दूसरा देश भी आपत्ति न उठाए।

क्या चीन दोकलम में फिर विवाद पैदा करने की तैयारी कर रहा है, इस पर कांग ने कहा कि चिकेंस नेक कॉरीडोर से पास चीन को सड़क बनाने से रोक कर भारत ने द्विपक्षीय संबंधों में तनाव पैदा किया। आशा है कि इससे सबक सीखते हुए भारत दोबारा यह कोशिश नहीं करेगा। याद रहे कि पिछले साल दो महीने से ज्यादा समय तक दोकलम में दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने डटी रहीं।

 
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