बच्‍चों को बार-बार होती है गैस तो ,केवल 5 बदलावों रूटीन में कर दें शाम‍िल..

 बच्चों की इम्यूनिटी और मेटाबॉलिज्म बड़ों के मुकाबले कमजोर होता है। खानपान और जीवनशैली से जुड़ी गलतियों के कारण वे अक्सर बीमारीं और शारीर‍िक समस्याओं का शिकार हो जाते हैं। ऐसी एक समस्या है पेट में गैस होना। गेस की समस्या बड़ों को ही नहीं बल्कि बच्चों में भी बहुत कॉमन हैं। बच्चे सेहत के प्रति गंभीर नहीं होते। उन्हें अच्छी और बुरी आदतों की भी जानकारी नहीं होती। पेट में गैस होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे ज्यादा खा लेना या ऑयली खाने का सेवन करना या ठंडा खाना खा लेने के कारण भी ब्लोटिंग, गैस या डायरिया हो सकता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे बच्चों की जीवनशैली से जुड़ी 5 मुख्य बदलाव जिनको अपनाने से पेट मे गैस की समस्‍या कम हो सकती है। इन बदलावों को तुरंत बच्चे के रूटीन में शाम‍िल कर दें। 

1. भोजन को धीरे खाना स‍िखाएं  

जो बच्चे खाने को जल्दबाजी में खाते हैं उन्हें पेट में गैस हो सकती है क्योंकि खाना ठीक ढंग से पच नहीं पाता। खाना पच न पाने के कारण पेट में गैस की समस्‍या हो सकती है। बच्‍चे को खाने का सही तरीका (Right Way To Eat) स‍िखाएं। खाना जब तक मुंह में घुलने लायक न बन जाए, तब तक उसे चबाकर खाना चाह‍िए। बच्‍चों को आरामदायक जगह पर ब‍िठाकर खाना दें, ताक‍ि खाने को खत्‍म करने की हड़बड़ी न हो और खाना ठीक ढंग से पच जाए। 

2. सुबह नाश्‍ता करवाएं  

अगर आपका बच्‍चा सुबह नाश्‍ता करके स्‍कूल नहीं जाता, तो उसे पेट में गैस की समस्‍या हो सकती है। लंबे समय तक भूखे रहने के कारण बच्‍चों को पेट में दर्द और गैस की समस्‍या परेशान कर सकती है। जो बच्‍चे सुबह नाश्‍ता नहीं करते, उन्‍हें स‍िर में दर्द भी महसूस हो सकता है। पेट में गैस की समस्‍या है, तो नाश्‍ते में फल या गरम दूध का सेवन करें। इसके अलावा बच्‍चे को सुबह मेवे भी ख‍िला सकते हैं।

3. फि‍ज‍िकल एक्‍ट‍िव‍िटी करवाएं  

आज के समय में ज्‍यादातर बच्‍चे घर पर ऑनलाइन गेम्‍स खेलना पसंद करते हैं। ऐसे में उनकी फ‍िज‍िकल एक्‍ट‍िव‍िटी कम होती जा रही है। इस कारण से भी बच्‍चे को गैस की समस्‍या हो सकती है। गैस की समस्‍या उन बच्‍चों को भी होती है, जो कसरत नहीं करते। बच्‍चे को आउटडोर गेम्‍स खेलने के ल‍िए प्रेर‍ित करें। इसके अलावा बच्‍चे को रस्‍सी कूदना, सूर्य नमस्‍कार करना, साइक‍ल चलाने जैसी एक्‍ट‍िव‍िटीज से जोड़ें।  

4. खाने के तुरंत बाद सोने न दें  

अगर आपका बच्‍चा खाने के तुरंत बाद सो जाता है, तो उसे गैस परेशान कर सकती है। खाने के तुरंत बाद सो जाने से पाचन धीमा हो जाता है ज‍िसके कारण कई बार गैस की समस्‍या होती है। इस आदत को बच्‍चे की जीवनशैली से तुरंत हटा दें। बच्‍चे को भोजन खाने के बाद कुछ देर वॉक करने की सलाह दें। खाने के बाद डकार आना जरूरी है। खाने के बाद वॉक करने से खाना ठीक ढंग से पच जाता है और रात को पेट में दर्द या अन्‍य समस्‍याएं नहीं होती। 

5. पानी पीने की आदत डालें 

अगर आपका बच्‍चा पानी की कमी का श‍िकार है, तो उसे गैस की समस्‍या हो सकती है। शरीर को हर द‍िन पानी की जरूरत होती है। शरीर में पानी का स्‍तर कम रहेगा, तो पाचन तंत्र प्रभावि‍त होगा और गैस की समस्‍या हो सकती है। बच्‍चे के शरीर को हाइड्रेट रखने के ल‍िए उसे पानी के अलावा ताजी सब्‍ज‍ियों का जूस प‍िला सकते हैं। इसके अलावा ठंड के द‍िनों में गरम-गरम सूप पीने से बच्‍चे के पेट का दर्द भी ठीक होगा और गैस की समस्‍या से भी बचाव होगा। ठंड के द‍िनों में पालक, टमाटर, ब्रोकली आद‍ि का सूप बच्‍चे को प‍िलाएं।    

Back to top button