चिदंबरम बोले- 2019 में बेरोजगारी का होगा सबसे बड़ा मुद्दा चुनावी मुद्दा

कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी और नरेंद्र मोदी सरकार की ‘नौकरियां पैदा करने में अक्षमता’ होगी. चिदंबरम ने भारतीय युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार को पता नहीं था कि नौकरियां कैसे सृजित की जाए.

उन्होंने कहा, “कई मुद्दे होंगे लेकिन 2019 चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी होगी. सरकार इतनी अक्षम है कि वे नहीं जानते कि नौकरियां कैसे सृजित की जाए.” उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में रिक्तियां थीं और हजारों नौकरियों को और सृजित किया जा सकता था.

उदाहरणों का हवाला देते हुए चिदंबरम ने कहा कि एक लाख सरकारी स्कूलों में सिर्फ एक शिक्षक थे. “यदि इन शिक्षकों के स्कूलों में कम से कम पांच शिक्षकों की भर्ती की जाती है, तो लाखों नौकरियों का सृजन होता.” उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों में डॉक्टरों, क्लर्क, चपरासियों और सफाई कर्मचारियों की रिक्तियां थीं. पूर्व मंत्री ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में लगभग 6,000 शिक्षण पद रिक्त थे, जबकि उच्च न्यायपालिका में न्यायाधीशों के 410 पद रिक्त थे.

उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस सत्ता में आई, तो यह एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों) में नौकरी पैदा करने पर ध्यान केंद्रित करेगी, इसके अलावा निर्यात और गैर-कृषि नौकरियों, जैसे पोल्ट्री, खाद्य प्रसंस्करण और डेयरी फार्मिग पर ध्यान देगी.

आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने 2019 चुनावों के लिए अभी से ही बिगुल फूंक दिया है. कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है. हाल ही में नई दिल्ली में हुई कांग्रेस की जन आक्रोश रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत पार्टी के कई नेताओं ने बेरोजगार, दलित उत्पीड़न, किसानों की स्थिति से जुड़े कई मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरा था.

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