सपा नेता आजम खान के खिलाफ सेना का अपमान करने के मामले में चार्जशीट हुई दाखिल
मुरादाबाद। सेना के जवानों के प्रति अमर्यादित बयानबाजी करने के आरोप में फंसे पूर्व मंत्री आजम खां के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। सप्ताह भर पहले ही शासन ने मुकदमा चलाने की अनुमति दी थी। ये है पूरा मामला मामला मई 2017 का है। इस बयान के बाद भाजपा से जुड़े पूर्व मंत्री शिव बहादुर सक्सेना के बेटे आकाश सक्सेना ने सिविल लाइंस कोतवाली में रिपोर्ट कराई थी।रिपोर्ट में कहा था कि सेना के जवान देश की सुरक्षा में अपने प्राणों की आहूति देते हैं।
सैनिकों के प्रति आजम का बयान मन को आघात पहुंचाने वाला है। ऐसे बयान सेना का मनोबल गिराते हैं। उनकी तहरीर पर 30 जून 2017 को पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस ने अपनी जांच में उस बयान की सीडी साक्ष्य के लिए प्राप्त की थी। सीडी को लखनऊ प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया। जांच में पुष्टि हुई कि सीडी में आवाज आजम खां की ही थी। इस पर पुलिस ने मुकदमे में पूर्व मंत्री को आरोपित मानते हुए उनके खिलाफ चार्जशीट लगा दी थी।
धारा 153 ए लगी होने के चलते मुकदमा चलाने के लिए शासन से अनुमति मांगी गई। अनुमति मिलने पर अब कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया है। आजम खां ने कहा कि इसके लिए योगी सरकार का बहुत शुक्रिया। यह था मामलाआजम का विवादित बयान अप्रैल 2017 में छत्तीसगढ़ के सुकमा पर नक्सलियों द्वारा सीआरपीएफ जवानों पर घात लगाकर किए गए हमले को लेकर था। महिला नक्सलियों ने हमले में शहीद हुए सैनिकों के गुप्तांग काट लिए थे।
इस पर आजम ने कहा था कि जिस हिस्से से जिसे शिकायत होती है, उसे ही काटा जाता है। हालांकि उन्होने बाद में साफ किया ता कि उन्होने सैनिकों का कोई अपमान नहीं किया, वह सेना का पूरा सम्मान करते हैं। उन्होने तो अखबार में छपी खबर के आधार पर ही यह बात कही थी। राज खोलने वालों से बचकर रहिये प्रधानमंत्री जी : आजम समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मंत्री आजम खा ने कहा कि राज खोलने का काम दल्ले करते हैं, इसलिए प्रधानमंत्री इनसे बचकर रहिये।
क्योंकि जो लोग कल दूसरे लोगो के बिस्तर की चादर देख रहे थे, कहीं ऐसा न हो आपकी चादर पर भी उनकी नजर हो। सपा विधायक आजम ने सोमवार को मीडिया से वार्ता में यह बातें कहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को लखनऊ में उद्योगपतियों के साथ खड़े होकर जो बयान दिया था, उस पर बोले कि ‘पता नहीं उद्योगपति थे या दल्ले। बाथरूम में कितनी सीटे लगी हैं और बेडरूम में कितनी चादरें बदली गई हैं, इस तरह की बातों का राज खोलने का काम तो दल्ले ही करते हैं।’
उन्होने सलाह देते हुए कहा कि ‘प्रधानमंत्री जी इस स्तर से थोड़ा दूर रहिये। अपनी बुराईयों को छुपाने के लिए दूसरे के गिरेबान में झाका नहीं जाता। अगर आप से पहले सत्ते में रहे लोग ऐसे नहीं होते तो वे आज सत्ता में होते। उसी काम को अगर आप कर रहे हैं, तो आपको सत्ता में रहने का कहां अधिकार है। आप भी चले जाएंगे।’ उन्होंने कहा कि ‘देश को भी मालूम है कि कौन क्या करता है।
युवाओं को नौकरी दे दीजिये, बातों को इधर उधर करने की जरूरत नहीं है। उनके जो दोस्त देश का पैसा लूट कर देश से बाहर ले गए हैं, उसे वापस लाइये। प्रधानमंत्री जी दोस्ती कम करें और देश में ज्यादा रहें।’ सपा नेता आजम इस दौरान किसी का नाम तो नहीं लिखा लेकिन समझा जाता है कि उनका इशारा राज्यसभा सदस्य अमर सिंह की ओर था।