CBI घूसकांड: सुप्रीम कोर्ट को CVC ने सीलबंद लिफाफे में सौंपी 2 रिपोर्ट

देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी में चल रही रार को लेकर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट को अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी. CVC ने कुल 2 रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी है, अब इस मामले की सुनवाई शुक्रवार को होगी.

जो दो रिपोर्ट सौंपी गई है उनमें मामले की जांच रिपोर्ट और नागेश्वर (अंतरिम डायरेक्टर) द्वारा लिए गए फैसलों की लिस्ट है. सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने पूछा कि रिपोर्ट में क्या है.

सुनवाई के दौरान सीवीसी की तरफ से तुषार मेहता ने कहा कि हम रिपोर्ट कल ही सौंपना चाहते थे. जिसपर CJI ने कहा कि उनका दफ्तर कल भी खुला था, आप चाहते तो कर सकते थे.

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गौरतलब है कि छुट्टी पर भेजे गए डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना की केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) के सामने पेशी हो चुकी है.

सीवीसी ने आलोक वर्मा मामले में जो भी जांच की है, उसको लेकर रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में सौंपी गई है. बता दें कि सीबीआई की इस जांच कमेटी की अगुवाई सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस एके पटनायक ने की थी.

गौरतलब है कि रिश्वतखोरी विवाद में CBI प्रमुख आलोक वर्मा और जांच एजेंसी में नंबर दो राकेश अस्थाना को 23 अक्टूबर को छुट्टी पर भेज दिया गया था. दोनों ने ही इस फैसले के खिलाफ कोर्ट में अर्जी दायर की है.

समाचार एजेंसी के मुताबिक, सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) के निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के. वी. चौधरी की अगुवाई में बनी समिति के समक्ष एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, तथा खुद का बचाव किया.

जांच समिति में चौधरी के अलावा सर्वोच्च न्यायालय के रिटायर जज ए. के.पटनायक और सतर्कता आयुक्त तेजेंद्र मोहन भसीन और शरद कुमार शामिल हैं. जानकार सूत्रों ने बताया कि समित के समक्ष एक घंटे तक चली जिरह में वर्मा ने खुद के ऊपर अस्थाना द्वारा लगाए गए आरोपों से इनकार किया.

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