सावधान! लखनऊ की हवा सबसे ज्यादा जहरीली, प्रदूषित लिस्ट के टॉप 5 शहर यूपी के
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ का एक्यूआई सूक्ष्मतम कण पीएम2.5 के अधिक होने से बढ़ गया है। यानी वाहनों के धुंए, निर्माण कार्यों के चलते सीमेंट और मौरंग की धूल व डीजल के जलने पर निकलने वाली हानिकारक गैसों ने प्रदूषण बढ़ा दिया है। दिल्ली में तो प्रदूषण कम करने के लिए जगह-जगह पानी के छिड़काव किया जा रहा है।
देश में सर्वाधिक प्रदूषित शहर
शहर–एक्यूआई
लखनऊ–484
गाजियाबाद–467
कानपुर–448
मुरादाबाद–420
नोएडा–410
पटना–404
लखनऊ में पीएम 2.5 नैक्स के मानक से 8 गुना ज्यादा
स्थान–पीएम 2.5–एनओ2
लालबाग–521.70–94.22
अलीगंज–389.06–92.56
तालकटोरा–510.20–8.46
(नैक्स के मानकों के मुताबिक पीएम 2.5 अधिकतम 60 और एनओ 80 होना चाहिए। सभी आंकड़े माइक्रोग्राम प्रति घन मी में शाम 7 बजे लिए गए हैं। पीएम2.5 डीजल व निर्माण कार्य और एनओ2 वाहनों व ट्रैफिक जाम की वजह से बढ़ता है।)
10 साल पुराने डीजल वाहनों पर प्रतिबंध
यूपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. रामकरन वायु प्रदूषण कम करने के लिए 10 साल से अधिक पुराने डीजल और 15 साल से अधिक पुराने पेट्रोल वाहनों के लखनऊ में आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वाहनों की प्रदूषण की जांच की जा रही है। निर्माण साइटों और वाहनों के प्रदूषण सर्टिफिकेट की आकस्मिक जांच के आदेश भी किए गए हैं।