इस हाथ में पहन ले मात्र इतने दिन कछुए की अंगूठी रातो रात बन जाओगे करोड़ पति…

जिंदगी में धन दौलत किसे अच्छा नहीं लगता है। लेकिन इसके लिए मेहनत के साथ साथ किस्मत का भी साथ मिलना चाहिए। कहते हैं कि मेहनत अपने हाथ है लेकिन भाग्य तो ऊपर वाले के हाथ में है। लेकिन हम कहें कि अपना भाग्य आप खुद बदल सकते हैं तो। जी हां ज्योतिष शास्र्त्र में कैसे ऐसे उपाय बताए गए हैं जिनको आजमा कर आप अपनी किस्मत के बंद दरवाजे को खोल सकते हैं। इसी कड़ी में हम आपसे आज बात करेंगे कछुए की अंगूठी के बारे में। कछुए की अंगूठी को काफी भाग्यशाली माना जाता है। लेकिन इसे पहनने की विधि के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए।

आज कल लोग कई तरह के टोटके अपना रहे हैं। उनका मन्ना होता है कि ऐसा करना हमरे लिए फायदेमंद साबित होगा। लोग अक्सर मूंगा, पन्ना, हीरा या मोती। जैसी कई तरह की अंगूठीयां पहनते हैं। सबका मन्ना बस यही है की ये उनके लिए शुभ साबित होगा। अब देखा गया है कि ज्यादातर लोग अब कछुए की अंगूठी पहनने लगे हैं।

 

कछुए की अंगूठी Ring आजकल आमतौर पर बहुत लोगों की उंगलियों में दिखाई देती है। कुछ इसे फैशन के लिए पहनते हैं, मगर कुछ लोग इसे वास्तु से जोड़कर पहनते हैं। वास्तुशास्त्रियों के मुताबिक इसे पहनने से बिजनेस, आत्मविश्वास और सेहत हमेशा ठीक रहती है। घर में पैसे की कमी नहीं होती है। लेकिन ये सब तब होता है जब कछुए की अंगूठी को पूरे विधि विधान से पहना जाए। कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। कछुए को भगवान विष्णु का एक अवतार माना जाता है। कछुआ धैर्य, शांति, निरंतरता और समृद्धि का प्रतीक है।

 

सबसे पहले तो कछुए की अंगूठी को पहनते समय आपको इसके सिर को लेकर ध्यान देना है। कछुए के सिर वाला भाग पहनने वाले की तरफ होना चाहिए। इस से असीम कृपा मिलती है। घर में दौलत का भंडार लग जाता है। इस तरह से अंगूठी पहनने से ये पैसे को अपनी तरफ आकर्षित करता है। अब इस अंगूठी को किस उंगली में पहने इस बारे में भी जानकारी दे दें। कछुए की अंगूठी को सीधे हाथ की मध्यमा या तर्जनी उंगली में पहनना चाहिए। कछुए की अंगूठी हमेशा शुक्रवार को खरीदें।

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इसे पहनने से पहले लक्ष्मी जी के सामने दूधिया पानी से धोकर अगरबत्ती जलाएं। इस विधि से कछुए की अंगूठी पहनने पर आपकी रूठी हुई किस्मत मान जाती है। ऐसा भी नहीं है कि इस अंगूठी को धारण करने मात्र से आप पर पैसे की बरसात होने लगेगी। आपकी मेहनत भी तो जरूरी है। हां इस अंगूठी को पहनने से जो आपके भाग्य का धन है, उसकी रुकावटें दूर हो जाएंगी। कछुए को संपन्नता का प्रतीक माना जाता है। कछुएं वाली अंगूठी को आप अपनी सामर्थ्य के मुताबिक बनवा सकते हैं। चांदी, सोने में जडे नग द्वारा भी बनवा सकते हैं।

जानिए क्या मानते है लोग कछुए की अंगूठी को लेकर

१- इसे पहनने से व्यक्ति में आत्मविश्वास दोगुना बढ़ जाता है। इसे लगातार पहने रहने से व्यापार में घाटा नहीं होता है और धन में बरकत होती है।
२- पौराणिक कथाओं के अनुसार, कछुआ भगवान विष्णु का (कच्छप) अवतार माना जाता है। कछुआ धैर्य, शांति, विजय का प्रतीक है। इसे पहनने से ये सभी लाभ होते हैं।
३- लक्ष्मी का उदभव भी लक्ष्मी जी समुद्र मंथन से हुआ था इसलिए कछुआ लक्ष्मी जी का भी प्रिय माना जाता है।
४- कछुए की इस अंगूठी को पहनते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि कछुए के सिर वाला हिस्सा आपकी तरफ होना चाहिए।
५- यह भी माना जाता है कि इस अंगूठी को धारण करने से व्यक्ति में कछुए की भांति हर काम के प्रति धैर्य और साहस आता है। इससे वह सफलता की ओर बढ़ता है।

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