टूटा बरसों पुराना मिथक, नौ साल की एक बेटी ने पिता के लिए जो किया उसे देखने वालों की नम हुई आंखें

शहर में बरसों पुराना मिथक टूट गया और नौ साल की एक बेटी ने पिता के लिए जो किया उसे देखने वालों की आंखें नम हो गईं। उसने बेटे की चाहत रखने वाले लोगों के सामने बड़ी मिसाल पेश की। पनकी में रविवार को प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करने के दौरान मशीन में फंसकर आपरेटर शिवम की मौत हो गई। सोमवार को आपरेटर की मासूम बेटी ने पिता को मुखाग्नि दी तो मौके पर मौजूद लोगों की आंख नम हो गई। मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी की तहरीर पर प्लास्टिक फैक्ट्री के प्रबंधक और मालिक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।

रावतपुर के मथुरा नगर में रहने वाले शिवम मिश्रा उर्फ अंकित पनकी इंडस्ट्रियल एरिया साइड नंबर वन स्थित गीता पाली प्लास्ट नाम की फैक्ट्री में काम करते थे। रविवार दोपहर परिवार वालों को शिवम के मशीन से घायल होने की सूचना दी गई। आरोप है कि मौके पर पहुंचे स्वजन को फैक्ट्री प्रबंधन ने गेट के अंदर नहीं जाने दिया। पुलिस के पहुंचने पर स्वजन फैक्ट्री के अंदर दाखिल हो सके। इलाज में देरी के चलते शिवम की जान चली गई। इसके बाद स्वजन ने फैक्ट्री प्रबंधक व मालिक ऋषि अरोड़ा पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पनकी पुलिस को तहरीर दी गई।

पोस्टमार्टम हाउस बना रहा छावनी : कल्याणपुर एसीपी दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि मृतक के स्वजन को आर्थिक मदद दिलाई गई है। साथ ही फैक्ट्री प्रबंधक और मालिक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। वहीं, सोमवार को पोस्टमार्टम हाउस को पुलिस ने छावनी बना दिया। आशंका थी कि शव को सड़क पर रखकर जाम लगाया जा सकता है या परिवार वाले शव लेकर फैक्ट्री जा सकते हैं। हालांकि, पुलिस ने पीडि़त पक्ष को समझा-बुझाकर शांत करा दिया।

बेटी ने दी मुखाग्नि : शिवम की तीन बेटियां हैं। नौ साल की काव्या सबसे बड़ी है। इसके बाद सानवी व अविका हैं। सोमवार को बड़ी बेटी काव्या ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी तो सभी की आंखें भर आईं।

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