बोरवेल से जिन्दगी की जंग जीत अब सना को किया गया पटना में रेफर

मुंगेर [जेएनएन]। बिहार के मुंगेर में बोरवेल से निकाली गई तीन साल की सना की तबीयत गुरुवार की रात अचानक बिगड़ गई। शुक्रवार की सुबह उसे मेडिकल टीम के साथ पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्‍पताल (पीएमसीएच) रवाना कर दिया गया। पीएमसीएच के शिशु विभाग के आइसीयू में उसके लिए विशेष व्‍यवस्‍था की गई है।बोरवेल से जिन्दगी की जंग जीत अब सना को किया गया पटना में रेफर

विदित हो कि बीते मंगलवार मुंगेर के मुर्गियाचक इलाके में खोदे गए एक बोरवेल में तीन साल की सना गिर गई। करीब 29.30 घंटे की मशक्‍कत के बाद उसे एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम ने बाहर निकाला। बिहार निकाले जाते वक्‍त वह स्‍वस्‍थ व पूरी तरह होश में थी। इलाज के लिए उसे मुंगेर सदर अस्‍पताल में भर्ती कराया गया। उसके सिर में सूजन आ गई, जिसे डॉक्‍टरों ने सामान्‍य बताया। लेकिन, धीरे-धीरे उसकी हालत बिगड़ती गई।

देर रात बिगड़ी तबियत 

बताया जा रहा है कि गुरुवार की रात सना की तबीयत अधिक बिगड़ गई। उसकी बाईं आंख खुल नहीं पा रही थी। दाहिनी ओर गर्दन में मूवमेंट भी बंद हो गया। इस बीच सिर में सूजन भी लगातार बढ़ रही है।

सड़क मार्ग से भेजा पटना 

इसके पहले गुरुवार को सना का सीटी स्कैन कराया गया। ब्लड सहित अन्‍य टेस्ट कराए गए। अंतत: डॉक्‍टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच भेजने का फैसला लिया। इसके बाद उसे सदर अस्पताल के आइसीयू से एंबुलेंस के जरिये सड़क मार्ग से पटना भेजा गया। पूर्वाह्न करीब 11.30 बजे वह पीएमसीएच पहुंच गई। 

साथ में मेडिकल टीम 

एंबुलेंस में सना के साथ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर पंकज सागर एवं डीपीएम मो. नसीम को बच्ची के हालात पर नजर रखने के लिए साथ भेजा गया। सना के साथ उसके पिता नचिकेता पटना गए हैं।

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