बिहार में दलित वोटों पर टिकी भाजपा की नजर, ये है पार्टी का फ्यूचर प्लान
बिहार भाजपा की नजर राज्य के 18 फीसद दलित वोट बैंक पर टिकी है। यही वजह है कि पार्टी के आला नेताओं ने पिछले दिनों दलित बस्तियों में जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात सुनी। उन्हें केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ लेने को प्रेरित किया। अब बुधवार को पार्टी की ओर से रवींद्र भवन में संत रविदास जयंती मनाने की तैयारी है।
मिशन-2019 की तैयारी में जुटी भाजपा सामाजिक समीकरण दुरुस्त करने में कोई कोर-कसर नहीं छोडऩा चाहती है। जयंती समारोह की अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय सामाजिक अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत पटना आ रहे हैं।
गहलोत केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल दलित चेहरों में प्रमुख हैं। महत्वपूर्ण यह रहेगा कि बिहार भाजपा महादलित प्रकोष्ठ की ओर से आयोजित जयंती समारोह को उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय के अलाव भाजपा के कई मंत्री और वरिष्ठ नेता संबोधित करेंगे।
बिहार की सामाजिक संरचना ऐसी है कि अलग-अलग हिस्सों से अलग चेहरे ही अभी के दौर में प्रभावी साबित हो रहे हैं। प्रादेशिक स्वीकार्यता भले ही न हो लेकिन दलित चेहरों में कई ऐसे हैं, जिनमें सम्भावना दिखती है और सभी के सभी नेता मौजूदा समय में राजग के साथ हैं।