भाजपा कटवा रही वोटर लिस्ट से नाम, चुनाव आयोग बनी ‘बी’ टीमः सिसोदिया

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने लगातार दूसरे दिन वोटर लिस्ट से नाम कटने के मामले में भाजपा व चुनाव आयोग पर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव में हार की डर से भाजपा दिल्ली के लोगों का वोट कटवा रही है। जबकि चुनाव आयोग भाजपा की बी टीम के तौर पर काम कर रही है।    भाजपा कटवा रही वोटर लिस्ट से नाम, चुनाव आयोग बनी ‘बी’ टीमः सिसोदिया

 अपने आवास पर शनिवार शाम मीडिया से बात करते हुए सिसोदिया ने कहा कि शुक्रवार की बैठक में चुनाव आयुक्त ने खुद माना था कि दिल्ली की मतदाता सूची से करीब 10 लाख लोगों के नाम काटे गए हैं। वहीं, करीब 13 लाख लोगों के नाम सूची में जुड़े हैं। लेकिन देर शाम तक चुनाव आयोग ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि ऐसी कोई बात उसने नहीं कही।      

सिसोदिया ने कहा कि शुक्रवार से शनिवार के बीच आप कार्यकर्ताओं ने कुछ विधानसभाओं की वोटर लिस्ट चेक की। सैंपल के तौर पर कुछ लोगों का वेरीफिकेशन भी किया। इससे पता चला कि पटपड़गंज विधानसभा से 24,000 कोंडली से 27,500, विश्वास नगर  से 14,000, लक्ष्मी नगर  से 22,000 और गांधीनगर से 13,000 मतदाताओं के नाम सूची से काटे गए हैं। बताया गया कि जिन लोगों के नाम सूची से काटे गए हैं, वे यहां से शिफ्ट हो गए हैं। जबकि सच्चाई यह है कि वह सभी लोग आज भी उसी पते पर रहते हैं। इस दौरान उन्होंने नौ लोगों का नाम भी लिया।      

दोबारा मतदाता सूची में नाम डालने की मांग
मनीष सिसोदिया के मुताबिक, अगर 15,000 की औसत से हिसाब लगाया जाए तो दिल्ली की 70 विधानसभाओं में करीब साढ़े दस लाख लोगों के नाम काटे गए हैं। उन्होंने मांग की कि गैर कानूनी तरीके से जिन लोगों के नाम मतदाता सूची से काटे गए हैं, उनके नाम दोबारा मतदाता सूची में डाले जाए। साथ ही ऐसा करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।     

केजरीवाल हार के डर से मतदाता सूची का उठा रहे मुद्दा: तिवारी

प्रदेश भाजपा ने कहा है कि आम आदमी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में संभावित हार के डर से बौखला गई है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 10 लाख मतदाताओं के मतदाता सूची से नाम काटने की बात कर रहे हैं। साथ ही वे भाजपा को भी बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि प्रदूषण से जनता का बुरा हाल है, लेकिन मुख्यमंत्री लोगों को इससे छुटकारा दिलाने की बजाए वोटर लिस्ट में नाम कटने का मुद्दा उठा रहे है।    

उन्होंने कहा कि मतदाता सूची से गलत तरीके से नाम काटे गए हैं तो स्वयं हम चुनाव आयोग से इसकी निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं। मतदाता सूची में नाम जोड़ना या उससे नाम काटना निर्वाचन आयोग का काम है। इससे किसी भी राजनीतिक दल का कोई वास्ता नहीं होता है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति छोड़कर जनता की भलाई के लिए काम करने की अपील की।

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