BJP को मिली जीत ने सत्ताधारी दल AAP को चौंकाने के साथ सकते में भी डाल दिया….

 Lok Sabha Election Result 2019: लोकसभा चुनाव 2019 परिणाम में दिल्ली की सातों सीटों (नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पूर्व दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, उत्तर पूर्वी दिल्ली, उत्तर पश्चिमी दिल्ली और चांदनी चौक) पर भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) को मिली जीत ने सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी (Aam aadmi Party) को चौंकाने के साथ सकते में भी डाल दिया है। वर्ष-2014 में हुए विधानसभा चुनाव में 70 में से 67 सीटें जीतने वाली AAP की तुलना करें तो 2019 लोकसभा चुनाव में दिल्ली में बेहद शर्मनाक प्रदर्शन किया है। आलम यह है कि दिल्ली की सात सीटों में से तीन पर पंकज गुप्ता (चांदनी चौक), दिलीप पांडेय (उत्तर पूर्वी दिल्ली) और ब्रजेश गोयल (नई दिल्ली) की जमानत तक जब्त हो गई है। वहीं, राघव चड्ढा (दक्षिणी दिल्ली) और आतिशी (पूर्वी दिल्ली) से बड़ी मुश्किल से अपनी जमानत बचाने में सफल रहे। कहने का मतलब इस चुनाव ने दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को बड़ा सबक दिया है। आइये जानते हैं इस चुनाव से केजरीवाल को मिले 10 सबक।

1. दिल्ली की सातों सीटों पर पस्त होनी वाली आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल को नकारात्मक राजनीति तत्काल छोड़नी होगी।

2. हर बात के लिए केंद्र में सत्तासीन नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने वाले अरविंद केजरीवाल को यह सोचना होगा जनता ने किया उन्हें नकारा और मोदी को तहेदिल से स्वीकार किया।

3. दिल्ली के अधिकारियों पर तमाम तरह के इल्जामात लगाने के बजाय उनसे काम लेने का हुनर सीखना होगा।

4. बेशक बिजली पानी की समस्या पर दिल्ली सरकार की तारीफ हो रही है, लेकिन परिवहन, स्वास्थ्य और सफाई को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट तक दिल्ली सरकार को फटकार लगा चुका है, ऐसे में उसे इस दिशा में सुधार करना होगा।

5. दिल्ली नगर निगम में AAP की सत्ता नहीं है, ऐसे में सत्तासीन भाजपा से तालमेल करके जनहित के काम करने होंगे, जिससे वह लोगों को दिल पुनः जीत सके।

6. दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों के चुनाव परिणाम से AAP को दोहरा झटका लगा है। वह न केवल भाजपा से पिछड़ी है, बल्कि कांग्रेस ने नंबर दो पर रहकर उसे तीन पर धकेल दिया है। उसे यह स्थान दोबारा पाना होगा।

7. 2020 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में लोकसभा चुनाव का प्रदर्शन दोहराया जाता है तो AAP न केवल सत्ता से बेदखल हो जाएगी, बल्कि वह नंबर तीन पर खिसकर कांग्रेस से भी पिछे चली जाएगी।

8. लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सात लोकसभा सीटों पर जीत हासिल कर अपनी स्थिति मजबूत की है तो उभरी आम आदमी पार्टी तीसरे नंबर पर चली गई है। कांग्रेस ने अपने मत प्रतिशत में इजाफा किया है, जो AAP से छीना है, उसे वापस पाना होगा।

9. AAP के सामने विधानसभा चुनावों तक दिल्ली में अपनी स्थिति को मजबूत करने की चुनौती है।

10. सात सीटों पर जीत हासिल कर भाजपा मुख्य मुकाबले में होगी और AAP अब भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस का भी मुकाबला करना होगा।

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