कुशवाहा की इफ्तार पार्टी में साफ हो जाएगी बिहार की सियासी धुंध

पटना। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा द्वारा रविवार को आयोजित इफ्तार पार्टी में यह साफ हो जाएगा कि वे राजग के साथ बने रहेंगे या महागठबंधन के साथ आगे की राजनीति का सफर तय करेंगे।कुशवाहा की इफ्तार पार्टी में साफ हो जाएगी बिहार की सियासी धुंध

लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान की इफ्तार पार्टी, भाजपा के भोज और उसके बाद उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की इफ्तार पार्टी में भाग नहीं लेकर कुशवाहा ने प्रदेश की राजनीति गर्म कर दी है। उनके इस कदम ने एक ओर जहां राजग में बेचैनी बढ़ा दी वहीं दूसरी तरफ कुशवाहा को अपने पाले में लाने के लिए विपक्ष भी सक्रिय हो गया।

पूर्व उपमुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कुशवाहा को महागठबंधन में शामिल होने का न्योता तक दे दिया। उन्होंने तो कुशवाहा को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बड़ा नेता तक कह डाला। पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भी कहा कि कुशवाहा का महागठबंधन में आने का स्वागत करेंगे। हालांकि, कुशवाहा स्पष्ट कर चुके हैं कि राजग में कोई विवाद नहीं है और व्यस्तता की वजह से वे इन आयोजनों में शामिल नहीं हो सके।

कुशवाहा पैंतरा राजग के नेताओं को भी नागवार गुजरा लेकिन किसी ने खुल कर कुछ नहीं कहा। इस बीच कुशवाहा ने रविवार को इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री समेत राजग एवं विपक्ष के सभी बड़े नेताओं को निमंत्रण दिया है। देखना यह है कि उनके निमंत्रण को राजग के नेता स्वीकार करते हैं या नहीं। चर्चा तेज है कि प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी इफ्तार पार्टी में शामिल होंगे।

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