#बड़ी खबर: 9 दिन में 2.24 रुपये महंगा हुआ पेट्रोल, पर घाटे की आड़ में फिर बढ़ाईं दरें

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद नौ दिन से पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। मंगलवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 30 पैसे की वृद्धि के साथ 76.87 रुपये प्रति लीटर, जबकि डीजल 26 पैसे बढ़कर 68.08 रुपये प्रति लीटर हो गया। पेट्रोल और डीजल की ये अब तक की सर्वोच्च कीमतें हैं। केंद्र सरकार कीमतों को कम करने के लिए सिर्फ कदम उठाने की बात कर रही है।#बड़ी खबर: 9 दिन में 2.24 रुपये महंगा हुआ पेट्रोल, पर घाटे की आड़ में फिर बढ़ाईं दरेंकीमतें घटाने को इस सप्ताह एकसाथ कई कदम उठाएगा केंद्र

नौ दिनों में पेट्रोल की कीमतों में 2.24 रुपये, जबकि डीजल में 2.15 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो चुकी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकार ईंधन की बढ़ती कीमतों को संकट की स्थिति मान रही है। उन्होंने बताया कि सिर्फ उत्पाद शुल्क घटाने पर निर्भर नहीं रहा जाएगा। सरकार कीमतों को कम करने के लिए इस सप्ताह एकसाथ कई कदम उठाएगी। वित्त और पेट्रोलियम मंत्रालय इस पर मंथन कर रहे हैं। 

राज्य भी कीमत घटाने को उठाएं कदम

मूल्य संवर्द्धित कर (वैट) के कारण पेट्रोल-डीजल की कीमतें हर राज्य में अलग हैं। इनकी खुदरा कीमतों पर 20-35 फीसदी वैट जुड़ रहा है। केंद्र के साथ राज्य भी कीमत करने के लिए कदम उठाएं। दिल्ली में अप्रैल में पेट्रोल पर 15.84 रुपये, जबकि डीजल पर 9.68 रुपये प्रति लीटर वैट था, जिसे मंगलवार को बढ़ाकर पेट्रोल पर 16.34 रुपये और डीजल पर 10.02 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया।

राजस्व नुकसान का सता रहा डर

अधिकारी ने कहा कि मंगलवार को एक डॉलर का मूल्य 67.97 रुपये रहा। यह 16 महीने के निचले स्तर पर है। इससे भी कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। केंद्र पेट्रोल पर 19.48 रुपये, जबकि डीजल पर 15.33 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क वसूलता है। पेट्रोल और डीजल पर एक रुपया उत्पाद शुल्क घटाने पर 13 हजार करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान होगा। 

सिर्फ उत्पाद शुल्क में कटौती करने पर नहीं रहा जाएगा निर्भर

सरकार ने नवंबर, 2014 और जनवरी, 2016 के बीच नौ बार उत्पाद शुल्क बढ़ाया है, जबकि एक बार 2 रुपये प्रति लीटर कमी की गई। नौ बार में पेट्रोल पर 11.77 रुपये और डीजल पर 13.47 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क बढ़ाने से सरकार को 2.42 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई। इस दौरान सरकार ने सभी राज्यों से वैट कम करने को कहा, लेकिन महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश ने ही कमी की। 

कैसे घटेंगी कीमतें

केंद्र व राज्य सरकारों को पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर अंकुश के लिए एक साथ कई कदम उठाने होंगे। केंद्र को जहां उत्पाद शुल्क में कटौती करनी होगी, वहीं राज्यों को वैट घटाना होगा। पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में लाने का लाभ सिर्फ उन्हीं राज्यों को मिलेगा, जहां वैट की दर काफी ज्यादा है। जिन राज्यों में वैट 20 फीसदी के आसपास है, वहां जीएसटी की उच्चतम दर 28 फीसदी लागू करने से नुकसान होगा।

चार महानगरों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें

शहर                       पेट्रोल        डीजल
दिल्ली                      76.87        68.08
कोलकाता                 79.53        70.63
मुंबई                        84.70        72.48
चेन्नई                        79.79        71.87
(नोट : पेट्रोल-डीजल की कीमत प्रति लीटर रुपये में है।)

पड़ोसी देशों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें

देश                                             पेट्रोल            डीजल
अफगानिस्तान                              46.66            39.04
श्रीलंका                                        63.90            47.06
पाकिस्तान                                    51.61            58.12
बांग्लादेश                                     71.50            52.22
भूटान                                          57.02            54.45
नेपाल                                          68.76            57.51
(नोट : पेट्रोल-डीजल की कीमत रुपये में है।)

साल-दर-साल करों से सरकार की कमाई

साल                                केंद्र               राज्य
2014-15                        172066        160554
2015-16                        258443        160209
2016-17                        334534        189770
अप्रैल-दिसंबर 2017          230807        150996
(नोट : कंपनियों ने केंद्र और राज्यों को कर के रूप में चुकाई राशि करोड़ रुपये में है।)

कंपनियों की कमाई

बीपीसीएल

साल                                     कमाई
2014-15                              5082
2015-16                              8088
2016-17                              9506

एचपीसीएल

साल                                     कमाई
2014-15                              2733
2015-16                              3726
2016-17                              6208

आईओसी

साल                                       कमाई
2014-15                                5273
2015-16                               11242
2016-17                               19106
(नोट : तेल कंपनियों की कमाई करोड़ रुपये में है।) 

हर 10 किमी पर इस तरह कट रही है जेब

बाइक का औसत माइलेज                  50 किमी प्रति लीटर
चार साल में पेट्रोल की औसत कीमत    64 रुपये प्रति लीटर
एक दिन में ईंधन खर्च                        200 मिली पेट्रोल
हर महीने औसत खर्च                        400 रुपये प्रति 10 किमीपेट्रोल कार का औसत माइलेज              14 किमी प्रति लीटर
चार साल में पेट्रोल की औसत कीमत     64 रुपये प्रति लीटर
एक दिन में ईंधन खर्च                         714 मिली पेट्रोल
हर महीने औसत खर्च                         1391 रुपये प्रति 10 किमी

डीजल कार का औसत माइलेज             20 किमी प्रति लीटर
चार साल में डीजल की औसत कीमत    51 रुपये प्रति लीटर
एक दिन में ईंधन खर्च                        500 मिली पेट्रोल
हर महीने औसत खर्च                        795 रुपये प्रति 10 किमी

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