फॉक्सकॉन और अलीबाबा इलेक्ट्रिक कार स्टार्टअप पर कर रहे बड़ा निवेश

फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी कंपनी और अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग लिमिटेड ने चीन की इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी शाओपेंग मोटर्स में 347.74 मिलियन अमेरिकी डॉलर (तकरीबन 22 अरब रुपये) का निवेश करने का फैसला लिया है। कंपनी ने यह फैसला इलेक्ट्रिक कारों के बढ़ती डिमांड को देखते हुए लिया है। फॉक्सकॉन ताइवान की बड़ी टेक कंपनी है।

फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी कंपनी और अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग लिमिटेड ने चीन की इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी शाओपेंग मोटर्स में 347.74 मिलियन अमेरिकी डॉलर (तकरीबन 22 अरब रुपये) का निवेश करने का फैसला लिया है। कंपनी ने यह फैसला इलेक्ट्रिक कारों के बढ़ती डिमांड को देखते हुए लिया है। फॉक्सकॉन ताइवान की बड़ी टेक कंपनी है।  इलेक्ट्रिक कार स्टार्टअप शाओपेंग में हुए इतने निवेश के बाद कंपनी की फंडिंग पांच बिलियन युआन तक पहुंच गई है। जनवरी में हुए CES इवेंट के दौरान ही कंपनी ने डेब्यू किया था। यह स्टार्टअप कंपनी बैटरी पावर्ड तकनीक को तेजी से विकसित कर टेस्ला जैसी ग्लोबल लीडर कंपनी को चुनौती देने की दिशा में काम कर रही है।  चीन में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री 2018 में 40 फीसद तक बढ़ने की उम्मीद है। शाओपेंग का पहली कार G3 इसी साल बाजार में लॉन्च की जाएगी। अलीबाबा ग्रुप ने स्मार्ट कार तकनीक से जुड़ी अन्य चीनी कंपनियों में भी बड़ा निवेश किया है। इसके अलावा कंपनी ने फोर्ड और BMW ग्रुप में भी निवेश किया है।  CES में पेश हुई थी फेस से अनलॉक होने वाली कार:  चीन के एक स्टार्टअप ने ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए फ्यूचर संडे का विजन जनवरी में हुए CES 2018 में पेश किया गया था। कंपनी इस अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस कार को वैश्विक बाजार में अगले साल उतारेगी। इस कार की शुरुआती कीमत 45,000 डॉलर (करीब 28.57 लाख रुपये) होगी। इस इलेक्ट्रिक कार कॉन्सेप्ट को लास वेगास में चल रहे कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक शो (CES 2018) के दौरान बाइटॉन ने पेश किया है।  बाइटॉन द्वारा पेश की गई इलेक्ट्रिक कार कॉन्सेप्ट में व्हील्स पर कंप्यूटिंग डिवाइस और डिजिटल लाउंज फीचर वाली पैनोरामिक डिसप्ले दी गई है जो नेविगेशन को विस्तार से दिखाती है। इसके अलावा इंटरटेनमेंट और हैल्थ मॉनिटरिंग सिस्टम भी दिया गया है। बाइटॉन में इस वक्त टेस्ला, BMW, एप्पल और गूगल के पूर्व अधिकारी काम कर रहे हैं। कंपनी अपनी यह कार चीन में 2019 तक लॉन्च करेगी और यूरोप में 2020 तक लॉन्च करेगी।

इलेक्ट्रिक कार स्टार्टअप शाओपेंग में हुए इतने निवेश के बाद कंपनी की फंडिंग पांच बिलियन युआन तक पहुंच गई है। जनवरी में हुए CES इवेंट के दौरान ही कंपनी ने डेब्यू किया था। यह स्टार्टअप कंपनी बैटरी पावर्ड तकनीक को तेजी से विकसित कर टेस्ला जैसी ग्लोबल लीडर कंपनी को चुनौती देने की दिशा में काम कर रही है।

चीन में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री 2018 में 40 फीसद तक बढ़ने की उम्मीद है। शाओपेंग का पहली कार G3 इसी साल बाजार में लॉन्च की जाएगी। अलीबाबा ग्रुप ने स्मार्ट कार तकनीक से जुड़ी अन्य चीनी कंपनियों में भी बड़ा निवेश किया है। इसके अलावा कंपनी ने फोर्ड और BMW ग्रुप में भी निवेश किया है।

लॉन्च हुआ Nokia 3310 का 4G वेरिएंट, ये हैं फीचर्स

CES में पेश हुई थी फेस से अनलॉक होने वाली कार:

चीन के एक स्टार्टअप ने ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए फ्यूचर संडे का विजन जनवरी में हुए CES 2018 में पेश किया गया था। कंपनी इस अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस कार को वैश्विक बाजार में अगले साल उतारेगी। इस कार की शुरुआती कीमत 45,000 डॉलर (करीब 28.57 लाख रुपये) होगी। इस इलेक्ट्रिक कार कॉन्सेप्ट को लास वेगास में चल रहे कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक शो (CES 2018) के दौरान बाइटॉन ने पेश किया है।

बाइटॉन द्वारा पेश की गई इलेक्ट्रिक कार कॉन्सेप्ट में व्हील्स पर कंप्यूटिंग डिवाइस और डिजिटल लाउंज फीचर वाली पैनोरामिक डिसप्ले दी गई है जो नेविगेशन को विस्तार से दिखाती है। इसके अलावा इंटरटेनमेंट और हैल्थ मॉनिटरिंग सिस्टम भी दिया गया है। बाइटॉन में इस वक्त टेस्ला, BMW, एप्पल और गूगल के पूर्व अधिकारी काम कर रहे हैं। कंपनी अपनी यह कार चीन में 2019 तक लॉन्च करेगी और यूरोप में 2020 तक लॉन्च करेगी।

Back to top button