मंडावली केस में बड़ा खुलासा : भूख ने नहीं पिता ने ली तीन बच्चियों की जान…

मंडावली में तीन बच्चियों की मौत के मामले में नया विवाद खड़ा हो गया है। शुक्रवार को जारी दिल्ली सरकार की मजिस्ट्रेटी रिपोर्ट कहती है कि बच्चियों का पोषण स्तर खराब होने के बावजूद तीनों भूखी नहीं थीं। सभी को नियमित तौर पर खाना मिलता था।

रिपोर्ट में बच्चियों का पेट खराब होने और उनके पिता के कोई दवा देने का जिक्र है। इसके लिए पूरे मामले में आगे की जांच डीसीपी ईस्ट से कराने की जरूरत बताई गई है।

इससे पहले मंडावली की तीनों बच्चियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला था कि उनका पेट खाली था। इससे भूख से मौत होने की आंशका जाहिर की गई थी। बुधवार शाम दिल्ली सरकार ने पूरे मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए।

अज्ञात दवा गरम पानी में मिलाकर बच्चियों को दी थी

वहीं, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी पीड़ित परिवार से पूछताछ की। शुक्रवार शाम मजिस्ट्रेटी रिपोर्ट भी दिल्ली सरकार को मिल गई है। इसमें बताया गया है कि पेट में संक्रमण होने से तीनों बच्चियों को उल्टी-दस्त हो रहे थे, लेकिन उन्हें ओआरएस घोल व मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं दिया गया। इससे उन्हें डिहाइड्रेशन हो गया था।

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि तीनों बच्चियां 24 जुलाई की सुबह एक साथ मृत पाई गईं। उनके पिता मंगल सिंह ने 23 जुलाई की रात कोई अज्ञात दवा गरम पानी में मिलाकर बच्चियों को दी थी। मंगल सिंह का अब तक पता नहीं चला है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि तीनों बच्चियों का पोषण स्तर सामान्य नहीं था। फिर भी, उन्हें नियमति तौर पर खाना मिलता था। वहीं, सबसे बड़ी बच्ची के बैंक खाते में 1805 रुपये जमा हैं। इन हालात में मजिस्ट्रेट ने पूरे मामले का संदिग्ध बताया है।

Back to top button