इस वजह से विदेश में सेटल होना चाहती थीं श्रीदेवी

श्रीदेवी जैसी शख्‍सियत ऑन स्क्रीन पर जितनी मासूम नजर आती थीं उतनी ही मासूम वह रियल लाइफ में भी थी. स्क्रीन पर जिस अंदाज में चुलबुली भूमिकाओं में श्रीदेवी दिल जीतती थीं उतनी ही शर्मिली वह रियल लाइफ में थी. बुधवार को श्रीदेवी अपने अंतिम सफर को निकलने के लिए तैयार है लेकिन अभी भी उनसे जुड़ा हर किस्सा जहन में ताजा है.

बेहद कम बात करने वाली श्रीदेवी का इंटरव्यू लेना शायद हर इंटरव्यूर का ड्रीम था. चाहे श्रीदेवी कम बात करती थीं लेकिन उनके द्वारा इंटरव्यू के दौरान दिए गए जवाब सुर्ख‍ियां बन जाती थीं. एक ऐसा ही यादगार इंटरव्यू एक बार स्टारडस्ट मैगजीन द्वारा लिया गया था. इस इंटरव्यू में ये साबित हो गया था कि श्रीदेवी के लिए सबसे ज्यादा कोई चीज मायने रखती थी तो वो था उनका पर्सनल स्पेस.

इस इंटरव्यू में जब श्रीदेवी से ये सवाल किया गया कि वह अपने फिल्मी करियर के बाद उकना क्या ड्रीम है तो उन्होंने बड़ी ही आम लड़की की तर‍ह इसका जवाब देते हुए कहा, मैं विदेश सेटल होना चा‍हती हूं, लेकिन मेरी मां ऐसा नहीं चाहती.’

इसके बाद जब श्रीदेवी से ये सवाल किया गया कि वह विदेश क्यों सेटल होना चा‍हती हैं? तो एक्ट्रेस ने बड़ी ही मासुमियत के साथ इसका जवाब देते हुए कहा, मैं विदेश इसलिए सेटल होना चाहती हूं ताकि मैं वहां आइसक्रीम खा सकूं और मिल्कशेक पी सकूं. श्रीदेवी के इस जवाब पर इंटरव्यूर को हैरत हुई और उन्होंने कहा किे आइसक्रीम और मिल्कशेक तो भारत में भी मिलता है, इस पर एक्ट्रेस बोलीं, हां मिलती तो है लेकिन मुझे यहां इन्हें खाने का समय नहीं मिलता. मद्रास में होती हूं तो घर पर बैठकर टीवी देखती रहती हूं और मुंबई में शूट्स में व्यस्त रहती हूं.’

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श्रीदेवी ने आगे कहा था कि वह इसलिए विदेश सेटल होना चाहती हैं ताकि वह वहां खूब आइसक्रीम खांए, मिल्कशेक्स पीएं और मूवीज देख सकें. इस जवाब से ये तय था कि श्रीदेवी का सबसे बड़ा ड्रीम तो पर्सनल लाइफ को पूरी तरह से एंजॉय करने का ही रहा.

श्रीदेवी अपनी जिंदगी के फैसले खुद से नहीं लेती थीं वह इस बात के लिए पुरी तरह से अपने पेरंट्स पर नि‍र्भर थीं. श्रीदेवी की पर्सनल लाइफ हो या प्रफेशनल लाइफ दोनों से जुड़े सभी फैसले उनकी मां ही किया करती थीं. श्रीदेवी ने भी कभी अपनी मां के फैसले पर सवाल नहीं उठाया और एक आज्ञाकारी बेटी की तरह उनके हर फैसले को माना. श्रीदेवी ने ये कहा भी था कि उन्हें लगता है कि उनके मां बाप उनसे बेहतर जानकारी रखते हैं.

शायद यही वजह है कि श्रीदेवी ने अपने बच्चों के करियर से जुड़े फैसलों को खुद से लेना शुरू कर दिया था और वह हर मोड़ पर अपनी बेटियों को गाइड कर रहीं थी.

 
 
 
 
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