मोमो चैलेंज की वजह से 18 साल के लड़के ने की आत्महत्या

पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में स्थित कुर्सेओंग में एक 18 साल के लड़के ने फंदे से लटककर अपनी जान दे दी है। जिस कमरे में उसने ये सब किया वहां की दीवार पर कुछ शब्द भी लिखे मिले जैसे ‘इल्लुमिनाति’ (खुद को प्रबुद्ध होने का दावा करने वाला व्यक्ति), ‘हैंग्ड मैन’ (फांसी पर लटका आदमी) और ‘डैविल्स वन आई’

इसके बाद लड़के के माता पिता ने इस बात की शिकायत गुरुवार को पुलिस में की। पुलिस का कहना है कि वह इस बात की जांच करेंगे कि कहीं वो किसी ऑनलाइन गेम का तो शिकार नहीं हुआ। अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस लड़के ने ये सब मोमो चैलेंज के कारण किया है। बीते साल भी देश के कई हिस्सों से ऐसी ही कई घटनाएं सामने आई थीं। जिनमें कई किशोरों ने ब्लू वेल गेम के चलते अपनी जान दे दी थी। लेकिन फिर भी बच्चे तक गेम का लिंक कैसे पहुंचा ये जानने में पुलिस नाकाम रही थी।

मिर्चपुर कांड: सभी 20 दोषियों को उम्रकैद

जानकारी के मुताबिक 12वीं में पढ़ने वाला मनीष सारकी कॉमर्स का छात्र था। वह सोमवार की रात को अपने घर से कुछ दूरी पर बने  एक लाइवस्टॉक शेड में लटका हुआ मिला। वह 20 अगस्त को ही लापता हुआ था। पुलिस दीवार पर लिखे शब्दों की जांच कर रही है। दीवार पर मेटल शब्द और एक लड़की का नाम भी लिखा मिला है। इन सबसे ऐसा लग रहा है कि उसने खुद को ऑनलाइन गेम से मिल रहे निर्देशों के मुताबिक मारा है।

एसपी हरीकृष्ण पाई का कहना है कि लड़के के फोन का लॉक खोलने की कोशिश की जा रही है। एक बार अगर वो खुल गया तो आत्महत्या करने के पीछे छिपे महत्वपूर्ण कारण मिल सकते हैं।

Back to top button