#सावधान: चंद्र ग्रहण के दौरान न करे ये गलतियाँ, वरना आप पर आ सकती हैं ये बड़ी मुसीबत

सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण 27 जुलाई को लगने वाला है। इस दौरान चांद 52 मिनट तक तांबे के रंग जैसा नारंगी या गहरा लाल रंग का दिखाई देगा। चंद्र ग्रहण पर कुछ योग ऐसे हैं, जो करीब 104 वर्षों बाद बन रहे हैं। इसे सदी का सबसे बड़ा चंद्रग्रहण माना जा रहा है। आइए जानते हैं इस दौरान इसके असर से बचने के लिए कौन से ऐसे काम हैं जिन्हें करने से अक्सर सबको बचना चाहिए।#सावधान: चंद्र ग्रहण के दौरान न करे ये गलतियाँ, वरना आप पर आ सकती हैं ये बड़ी मुसीबत

खाना
कई वैज्ञानिक शोधों में यह बात कही जा चुकी है कि ग्रहण के समय मनुष्य की पाचन शक्ति बहुत शिथिल हो जाती है। ऐसे में पेट में दूषित भोजन और पानी जाने पर बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में ग्रहण से पहले ही जिस पात्र में पीने का पानी रखते हों उसमें कुशा और तुलसी के कुछ पत्ते डाल देने चाहिए। कुशा और तुलसी में ग्रहण के समय पर्यावरण में फैल रहे जीवाणुओं को संग्रहित करने की अद्भुत शक्ति होती है।

शारीरिक संबंध
सूतक के समय कभी भी पति-पत्नी को शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए। कहा जाता है कि इस समय बनाए गए शारीरिक संबध से पैदा हुए बच्चे को जीवन भर परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

ग्रहण की छाया
चंद्र ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से ग्रहण की छाया पड़ने से बचना चाहिए । ऐसा माना जाता है कि ग्रहण के दौरान निकलने वाली किरणें बेहद हानिकारक होती हैं जिसका प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ सकता है।

पूजा
ग्रहण के समय कहा जाता है कि पूजा पाठ नहीं करना चाहिए। यही कारण है कि कई मंदिरों में भी मंदिर के कपाट ग्रहण के समय बंद कर दिए जाते हैं। ऐसे में पूजा, उपासना या देव दर्शन करना वर्जित होता है इसलिए आप अपने मन में ईश्वर को याद करें।

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