B’day Spl: 41 बरस के हो गए घरेलू क्रिकेट के ‘सचिन तेंदुलकर’, कभी नहीं हारे कोई फाइनल, बादशाहत कायम

घरेलू क्रिकेट के ‘सचिन तेंदुलकर’ माने जाने वाले टीम इंडिया के टेस्ट स्पेशलिस्ट बल्लेबाज वसीम जाफर शनिवार को अपना 41वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन से कई रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले जाफर का जन्म 16 फरवरी 1978 को मुंबई में हुआ था। B'day Spl: 41 बरस के हो गए घरेलू क्रिकेट के 'सचिन तेंदुलकर', कभी नहीं हारे कोई फाइनल, बादशाहत कायम

दाएं हाथ के इस शानदार बल्लेबाज को डोमेस्टिक इंडियन क्रिकेट का ‘सचिन तेंदुलकर’ कहा जाता है। अपनी टीम को हमेशा सधी हुई शुरुआत देने वाले वसीम जाफर रणजी ट्रॉफी में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी है।

वसीम जाफर ने 1996-97 में अपना डेब्यू किया था। करीब दो दशक तक खेलने के बाद आज भी इस खिलाड़ी में रन बनाने की भूख खत्म नहीं हुई है। जाफर ने टेस्ट क्रिकेट में साल 2000 में द. अफ्रीका के खिलाफ अपना पदार्पण किया था।

टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने अपना पहला शतक नागपुर (2006) में लगाया था। 31 टेस्ट मैच खेलने वाले जाफर ने 58 पारियों में 5 शतक और 11 अर्धशतकों की मदद से कुल 1,944 रन बनाए हैं।

इस खिलाड़ी के नाम कई शानदार रिकॉर्ड भी दर्ज हैं। बता दें कि वसीम जाफर घरेलू क्रिकेट के एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने कभी कोई फाइनल मुकाबला नहीं हारा है। जाफर 1996-97 से 2012-13 के बीच 8 बार रणजी ट्रॉफी जीतने वाली मुंबई टीम का हिस्सा रहे और अब लगातार दो बार से उन्होंने विदर्भ को खिताब जितवाने में अहम भूमिका निभाई। इस सीजन में उन्होंने 11 मैचों में 4 सेंचुरी लगाईं और 69.13 के औसत से 1037 रन बनाए।

वसीम जाफर ने पहला फाइनल 1996-97 सीजन में खेला था। मुंबई के लिए 18 साल खेलने के बाद उन्होंने 2015-16 में विदर्भ की तरफ से खेलना शुरू किया। फर्स्ट क्लास और लिस्ट ए में खेले कुल 342 मैचों में उन्होंने 23,457 रन बनाए हैं। फर्स्ट क्लास (57) और लिस्ट ए (10) दोनों मिलाकर जाफर ने 67 शतक लगाए हैं।

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