B’day: कभी इस एक्ट्रेस की बाथरूम की दीवारों से मिले थे लाखों रुपए…

गुजरे जमाने की मशहूर अदाकारा माला सिन्हा का 82वां बर्थडे है. बंगाली फिल्मों से बतौर बाल कलाकार अपना फिल्मी करियर शुरू करने वाली माला ने अमिताभ बच्चन, जितेंद्र, राजेंद्र कुमार, राजेश खन्ना जैसे  बॉलीवुड के दिग्गज सितारों के साथ काम किया. 1957 में इस एक्ट्रेस को ‘प्यासा’ फिल्म से शोहरत मिली. माला की बेटी प्रतिभा सिन्हा ने भी फिल्मी दुनिया में अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन वो जल्द ही फ्लॉप हो गईं. बेटी की असफलता ने माला सिन्हा को निराश कर दिया. इसके बाद वह लाइम लाइट से दूर होती चली गईं.B'day: कभी इस एक्ट्रेस की बाथरूम की दीवारों से मिले थे लाखों रुपए...

11 नवंबर 1936 को कोलकाता में जन्मीं माला सिन्हा के बचपन का नाम आल्डा सिन्हा था. इस नाम की वजह से स्कूल-कॉलेज में बच्चे उन्हें डालडा सिन्हा कहकर चिढ़ाते थे. इससे परेशान होकर आल्डा ने अपना नाम माला सिन्हा रख लिया. फिल्मों में आने से पहले वह रेडियो पर आने वाले एक प्रोग्राम के लिए गाना गाती थीं. इसी बीच, किसी ने उनको फिल्मों में एक्टिंग करने की सलाह दी. माला का फिल्मी दुनिया में डेब्यू बाल कलाकार के तौर पर बंगाली फिल्म ‘रोशनारा’ से हुआ था.

गुरु दत्त ने दिया मौका
बंगाली फिल्मों की एक्टेस माला एक बार जब मुंबई पहुंचीं तो उनकी मुलाकात फेमस डायरेक्टर गुरुदत्त से हुई. गुरु दत्त ने उनको 1954 में ‘सुहागन’ फिल्म में लिया. इस फिल्म के रिलीज होने पर माला सिन्हा की खूबसूरती और अदाकारी को खूब सराहा गया. इसके बाद उन्होंने ‘हैमलेट’, ‘बादशाह’, ‘रियासत’, ‘एकादशी’, ‘रत्न मंजरी’, ‘झांसी की रानी’, ‘पैसा ही पैसा’ और ‘एक शोला’ में अभिनय किया. 1957 में आई ‘प्यार’ फिल्म ने माला को शोहरत की बुलंदियों पर पहुंचा दिया.

पिता और बेटी कंजूस
एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्मों में अपनी हुनर और हुस्न का जलवा बिखेरने वाली एक्ट्रेस माला सिन्हा के बारे में कहा जाता है कि वो अपने पिता अल्बर्ट सिन्हा की तरह बेहद कंसूज थीं. वे घर में नौकरों के बजाए खुद ही काम करना पसंद करती थीं.

पैसों के लिए इस हद तक गईं
खबरों की मानें तो एक बार मुंबई में उनके घर पर इनकम टैक्स का छापा पड़ा था, तो उनकी बाथरूम की दीवार से 12 लाख रुपए बरामद हुए थे. उस जमाने में इतने रुपए बहुत मायने रखते थे. इन पैसों को जब्ती से बचाने के लिए माला ने कोर्ट में लिखकर दिया कि उन्होंने फिजिकल रिलेशन (वेश्यावृत्ति) बनाकर यह रुपए कमाए हैं. दरसअल, उनके पिता अल्बर्ट इन रुपयों को हाथ से नहीं जाने देना चाहते थे, इसलिए उन्होंने वकील की यह सलाह अपनाई.   

नेपाली एक्टर से शादी
1966 में एक्ट्रेस माला सिन्हा ने एक नेपाली एक्टर चिदाम्बर प्रसाद लोहानी से शादी रचा ली थी. दोनों की एक बेटी हुई प्रतिभा सिन्हा, जिन्होंने ने भी फिल्मी दुनिया में जोर-शोर से कदम रखा. हालांकि प्रतिभा का करियर ज्यादा दिन नहीं चला.

शादीशुदा संगीतकार से अफेयर
एक्ट्रेस प्रतिभा सिन्हा अपने करियर के शुरुआती दौर में फेमस संगीतकार नदीम सैफी के प्यार में पड़ गईं. प्रतिभा की मां माला सिन्हा इस रिश्ते के खिलाफ थीं. माला का इसको लेकर नदीम से झगड़ा भी हुआ था. इसके कुछ दिनों बाद यह रिश्ता टूट गया और प्रतिभा भी ज्यादा दिन फिल्म इंडस्ट्री में नहीं टिक पाईं. बता दें कि नदीम-श्रवण अपने दौर के मशहूर संगीतकार रहे हैं.

अब गुमनाम जिंदगी जीने को बेबस   
प्रतिभा सिन्हा आखिरी बार 2000 में आई फिल्म ‘ले चल अपने संग’ में नजर आईं. वहीं उससे पहले उन्हें आमिर खान और करिश्मा कपूर स्टारर फिल्म ‘राजा हिंदुस्तानी’ के गाने ‘परदेसी-परदेसी’ में देखा गया था. उधर, माला सिन्हा आखिर बार 1994 में आई फिल्म ‘जिद’ में नजर आई थीं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बेटी की असफलता से मां माला काफी निराश हो गईं और लाइम लाइट से दूर चली गईं. अब इन दिनों मां-बेटी मुंबई में गुमनामी की जिंदगी जी रही हैं.

इन फिल्मों में किया काम
बता दें एक्ट्रेस माला सिन्हा ‘नया जमाना’, ‘लाल बत्ती’, ‘गुमराह’, ‘अनपढ़’, ‘अपने हुए पराए’, ‘फूल बने अंगारे’, ‘कर्मयोगी’, ‘धूल का फूल’, ‘आसरा’, ‘दो कलियां’, ‘आंखें’, ‘दिल तेरा दीवाना’, ‘हरियाली और रास्ता’, ‘हिमालय की गोद में’, ‘दिल तुझको दिया’, ‘नसीब’ सहित 100 से भी ज्यादा फिल्मों में काम कर चुकी हैं.

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