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बाराबंकी: 186 भाकियू कार्यकर्ताओ ने किया अंगदान

बाराबंकी। गुरुवार को विश्व अंगदान दिवस के मौके पर भारतीय किसान यूनियन द्वारा चलाई जा रही सामाजिक कार्यो की मुहिम को आगे बढाते हुए जनपद में 186 कार्यकर्ताओं ने नेत्रदान और 4 ने देहदान का संकल्प लिया। जिलाध्यक्ष अनिल वर्मा के निर्देश पर सभी ब्लॉक अध्यक्षों द्वारा सम्बंधित सीएचसी अधीक्षकों को संकल्प पत्र सौंपे गए।

गौरतलब रहे कि नेत्रदान और देहदान जैसे ऐतिहासिक कार्यक्रमों की शुरुआत भाकियू के दिवंगत नेता मुकेश सिंह के नेतृत्व में 2011 में शुरू की गई थी। अपने दिवंगत नेता के आह्वान पर मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए समाजसेवा और देशसेवा के विचारों से ओतप्रोत संगठन के 11 सौ 23 कार्यकर्ताओ ने नेत्रदान और 5 सौ 25 कार्यकर्ताओ ने देहदान का संकल्प लिया था।

स्व. मुकेश सिंह द्वारा शुरू की गई मुहिम को आज धार देते हुए भाकियू जिलाध्यक्ष अनिल वर्मा के निर्देश पर चलाये गए अभियान के तहत आज 13 अगस्त को विश्व अंगदान दिवस पर पूरे जनपद में 186 कार्यकर्ताओ ने नेत्रदान और 4 कार्यकर्ताओं ने देहदान का संकल्प लिया।

छः ब्लॉकों में ब्लॉक अध्यक्षों की अगुवाई में सम्बंधित सीएचसी अधीक्षकों को संकल्प पत्र सौपें गए। इसमे हरख ब्लॉक अध्यक्ष प्रमोद कुमार द्वारा ने जैदपुर सीएचसी पर 37 नेत्रदान,फतेहपुर में बाबादीन द्वारा 4 देहदान और 20 नेत्रदान,सिद्धौर पर मुन्नालाल धीमान द्वारा 45 नेत्रदान, हैदरगढ़ में हरीराम पाल द्वारा 8 नेत्रदान, सिरौलीगौसपुर में डॉ. राम सजीवन द्वारा 25 नेत्रदान एवं सदर के बंकी ब्लॉक में जिलाध्यक्ष अनिल वर्मा सहित रामानंद,उत्तम सिंह, राम सेवक रावत, कृष्णपाल आदि ने सीएमओ रमेश चंद्रा को 52 नेत्रदान के संकल्प पत्र सौंपे।

जिले में यूरिया की शार्टेज से किसान हलकान

बाराबंकी। जिले में यूरिया खाद की शार्टेज से किसान हलकान है। एक बोरी खाद के लिये किसान सहकारी समितियों पर दिन भर लाइनों में खड़े नजर आ रहे है। इस बीच समितियों पर शोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती नजर आ रही है। किसानों को पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद न मिल पाने से धान की फसल पर भी असर देखने को मिल सकता है।

विकास खंड देवा की साधन सहकारी समिति कैथी सरैया में आज सुबह से ही सैकड़ो की संख्या में किसानों की भीड़ लगी रही। भीड़ इकट्ठा हो जाने से शोशल डिस्टेंसिंग तार तार नजर आई। दूर दराज गांवो से आये सैकडों किसान सुबह से ही समितियों पर एक बोरी खाद के लिये भटकते नजर आए। किसानों ने बताया कि कई दिनों से चक्कर लगाने के बाद भी उन्हें एक बोरी यूरिया खाद अभी तक नही मिल पायी है। समिति के सचिव राजेश कुमार ने बताया कि कल 400 बोरी यूरिया खाद ही मिल पाई है।

आधार कार्ड की जरूरी इनफार्मेशन को अपडेट करने के बाद किसानों को खाद वितरित की जा रही है। समिति पर खाद डिमांड के सापेक्ष नही मिल पाने के कारण भीड़ नजर आ रही है। दूसरा कारण यह भी है कि प्राइवेट दुकानदारों को भी यूरिया खाद नहीं मिल पाई है जिससे किसानों की भीड़ समितियों पर अधिक बढ़ गयी है। प्रयास किया जा रहा है कि शोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी किसानों को जरूरत भर की खाद मुहैया कराई जाए।

समिति पर निर्धारित रेट 266.50 रुपये में ही यूरिया खाद दी जा रही है। वहीं दूसरी ओर मसौली विकास खंड क्षेत्र की समितियों का हाल भी कुछ ऐसा है नजर आया। धान की फसल के लिए जगह-जगह सोसाइटी एवं सहकारी समितियों में यूरिया खाद को लेकर अफरातफरी का माहौल बना हुआ है।

किसान यूरिया के लिए प्राइवेट दुकानों सहित सहकारी समितियों के चक्कर लगाकर के बेहद परेशान हैं।मांग के अनुरूप कम मात्रा में समितियों पर खाद पहुँचने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है।किसानों के लिए हमसफ़र कही जाने वाली आधा दर्जन साधन सहकारी समितियों में से तीन साधन सहकारी समितियां सफदरगंज, प्यारेपुर सरैंया व लक्षवर बजहा की सेवाएं बहुत खराब बतायी जा रही है।

वही साधन सहकारी समिति बड़ागांव, मसौली, भयारा संचालित तो है परन्तु पर्याप्त यूरिया खाद न मिल पाने के कारण समितियां अपने सदस्यों को ही खाद उपलब्ध नहीं करा पा रही है। जबकि साधन सहकारी समितियां अपने सदस्यों को ऋण पर खाद किसानों को उपलब्ध कराती है परन्तु खाद की किल्लत के कारण किसानों को उधारी छोड़ नकद खाद नहीं दे पा रही हैं। किसानों को नकद भुगतान पर खाद उपलब्ध कराने के लिए दो सहकारी संघ बडागांव व सफदरगंज संचालित है।

जिसमें सफदरगंज सचिव के अभाव में दो वर्षों से बन्द है।साधन सहकारी समिति बड़ागाँव, मसौली, भयारा एवं सहकारी संघ बड़ागांव में यूरिया खाद आने की भनक जैसे ही किसानों को लगी आज सुबह से ही सोसाइटी में किसानों की लंबी-लंबी कतारें लगना शुरू हो गई। कस्बा सफदरगंज स्थित  स्टाकिस्ट सेन्टर पर आयी 200 बोरी यूरिया खाद को लेने के लिए किसानों की भीड़ सुबह से ही सेन्टर पर जुट गयी। खाद न मिलने के कारण किसानों में आक्रोश नजर आ रहा है।साधन सहकारी समिति मसौली के सचिव सुनील कुमार ने बताया कि पर्याप्त मात्रा में खाद नही मिल पाई है जितनी खाद समिति को मिली है उसको किसानों में वितरित कर दिया है।

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