ज्योतिषियों ने खोला श्रीदेवी की मौत का ये बड़ा राज, मौत की ये वजह जान कर आप भी रह जायेंगे दंग

बॉलीवुड की चांदनी का हमेशा के लिए इस दुनिया से चले जाने का गम पुरे देश को है |हालांकि लोगों को इस पर अभी भी जल्‍द विश्‍वास नही हो पा रहा है, कि श्रीदेवी का निधन हो गया है। आज कुछ ज्‍योतिषियों ने इस घटना के संबंध में कुछ ऐसे खुलासे किये है, जिसे सुन सभी लोग हैरान रह जाओगे |

ज्योतिषियों ने खोला श्रीदेवी की मौत का ये बड़ा राज, मौत की ये वजह जान कर आप भी रह जायेंगे दंगवास्तव में अपनी मनमोहक मुस्कान और दिल जीत लेने वाली अदाकारा को अब कभी नहीं देख पाएंगे, मीडिया से लेकर तमाम लोग उनकी मौत का कारण ढूंढने में लगे हैं वहीँ ज्योतिष्यों ने श्रीदेवी की मौत होने का राज़ खोला, ज्‍योतिषियों द्वारा बताया जा रहा है कि श्रीदेवी की मौत का कारण ज्योतिषशास्त्र से भी जुड़ा है।

आपकी जानकारी के लिये बता दे कि बॉलीवुड की महान अभिनेत्री श्रीदेवी की राशि वृषभ थी, और इस राशि में अभी शनि ढय्या का योग चल रहा है, ज्‍योतिष्‍यों ने बताया है कि बाथटब में डूबने के कारण से नही बल्कि शनि की महादशा के कारण उनकी मौत होने के योग बनते दिख रहे है। हालांकि ये तो बस एक हादसा हुआ है, पर असली कारण शनि की महादशा थी। जानिए कुंडली के किन योगों की वजह से किसी व्यक्ति की अचानक मृत्यु हो सकती है।

पहला: अगर किसी की कुंडली के अष्टम भाव का स्वामी द्वादश (12) या षष्ठम (6) भाव में पाप ग्रह से पीड़ित हो तो इंसान अल्पायु होता है।

दूसरा: दशमेश (दशम भाव का स्वामी), अष्टमेश, लग्नेश बलवान हो और इनके साथ शनि का योग न हो तो व्यक्ति लंबी आयु पाता है, इनमें से दो ग्रह शुभ हो तो मध्यम आयु मिलती है, अगर एक ग्रह शुभ हो तो अल्पायु अल्पायु होता है, अगर तीनों ही ग्रह बली न हो तो अल्पायु की आयु बहुत ही कम होती है।

तीसरा: कुंडली का अष्टम (8) भाव इंसान की उम्र तय करता है और इससे ये भी पता लगता है कि उसकी मृत्यु कब, कैसे हो सकती है।

चौथा: कुंडली के द्वादश (12) या षष्ठम (6) भाव पर अगर अष्टमेश यानी अष्टम (8) भाव का स्वामी कमजोर और लग्नेश यानी लग्न (1) भाव के स्वामी के साथ हो तो व्यक्ति कम उम्र में ही मृत्यु को प्राप्त हो सकता है।

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