राफेल डील से संबंधित राहुल के बयान पर अश्विनी चौबे ने किया पलटवार

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर विवादित बयान दिया है। राफेल डील से संबंधित राहुल के बयान पर पलटवार करते हुए अश्विनी चौबे ने कहा कि राहुल गांधी सिजोफ्रेेनिया नामक बीमारी से ग्रसित हैं, इसीलिए वो दूसरों को झूठा कहते हैं। उन्हें मानसिक बीमारी है और उन्हें मेंटल अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए।राफेल डील से संबंधित राहुल के बयान पर अश्विनी चौबे ने किया पलटवार

उनके इस बयान पर राजनीतिक गलियारे में बयानबाजी तेज है। राजद-कांग्रेस के साथ ही जदयू ने भी उनके इस बयान पर आपत्ति जताई है। जानिए किसने क्या कहा है….

कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि अश्विनी चौबे को तो जहर फैलाने की ट्रेनिंग मिली है। पहले भी वो भांग खाकर जहरीले बयान दे चुके हैं। वे उसी विचारधारा के प्रोडक्ट हैं, जिसमें गंदगी फैलाना सिखाया जाता है। उन्हें तो गाली देने की ट्रेनिंग मिली हुई है। मुझे तो उस दिन का इंतजार है जब चौबे एेसी ही भाषा का इस्तेमाल अपने प्रिय नेताओं के लिए भी करेंगे।

वहीं उनके बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि नेताओं को अपनी भाषा की मर्यादा नहीं भूलनी चाहिए। वो कोई भी हो, इस तरह की अशोभनीय बातें ठीक नहीं हैं। राहुल गांधी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, उन्हें लेकर एेसी बातें कहना उचित नहीं है।

जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने भी कहा कि अश्विनी चौबे वरिष्ठ नेता हैं उन्हें एेसी बयानबाजी से परहेज करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को भी एेसी बातें नहीं करनी चाहिए। 

राजद नेता मनोज झा ने कहा कि शर्म आती है ये सुनकर, किसी के प्रति एेसी भावना गलत है। राहुल गांधी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। उनके लिए एेसी बातें क्या शोभा देती हैं? जिस पार्टी में अटलजी जैसे नेता थे जिन्होंने अपनी वाणी से कभी किसी को चोट नहीं पहुंचाई। एक एेसे भी नेता हैं जो गाली देने का काम करते हैं। 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय मयूख ने अश्विनी चौबे के बयान से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि ये उनका निजी बयान है। उन्होंने कहा कि वो भाजपा नेता जरूर हैं लेकिन पार्टी के प्रवक्ता नहीं हैं। ये उनका निजी बयान हो सकता है।

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